लखनऊ– राजधानी लखनऊ के हसनगंज थाना क्षेत्र के खतरा इलाके में बुधवार शाम गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान चार युवको की डूबकर मौत हो गई। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। लेकिन गोताखोरों के न होने पर पुलिस भी तमाशबीन बनी रही और कुछ देर बाद गोताखोरों को लाने की बात कहकर वहां से चली गई।
जिससे गुस्सांए लोगों ने हंगामा करना शुरु कर दिया। पुलिस अधीक्षक ट्रांस गोमती हरेंद्र कुमार ने बताया कि हसनगंज थाना क्षेत्र के खदरा स्थित रामलीला मैदान में रामनाथ निषाद गणेश प्रतिमा की स्थापना कराते हैं। बुधवार को प्रतिमा विसर्जन के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु पंडाल में पहुंचे। जिसके बाद करीब दो बजे स्थानीय लोग नाचते गाते बप्पा की पूर्ति विसर्जन के लिए रवाना हुए।
कुछ देर बाद लोग प्रतिमा लेकर बैरल नंबर दो पहुंचे। तभी विसर्जन के दौरान उनमे से कुछ लोग नदी में नहाने लगे जिनमें से सात-आठ लोग गहराई में चले गए और अपने आप को डूबता देख चिल्लाने लगे। चीख पुकार सुन कर आसपास मौजूद लोगों में अफरातफरी मच गई। लोगों न तत्काल प्रभाव से पुलिस को सूचित किया।
हसनगंज कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक अंबर सिंह फोर्स लेकर आ गए। लेकिन गोताखोरों के साथ न आने की वजह से पुलिस भी कुछ न कर सकी। डूबते लोगों में से चार लोगों ने किसी तरह अपनी जान बचा ली जबकि चार लोगों की डूबकर मौत हो गई। वहीं बेटे का शव देखते ही मां बेहोश हो गई। जबकि अन्य तीन लोगों की तलाश में एनडीआरएफ की टीम लगी है।
लोगों ने बताया कि डूबने वाले खदरा के कुम्हारनखेड़ा निवासी पुताई मजदूर का 16 वर्षीय बेटा विशाल, स्व. रमेश का 20 वर्षीय बेटा राजा, पान विक्रेता विजय निषाद का 18 वर्षीय बेटा नरेंद्र और बड़ी पकरिया में रहने वाले राजकुमार का बेटा 21 वर्षीय राहुल शामिल हैं। करीब ढाई घंटे बाद विशाल का शव मिल गया। बाकी तीन की तलाश जारी है। गुस्साए लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा व नारेबाजी भी की।