आंबेडकरनगर — अब तक नागरिकों को विभिन्न अपराध में मौत की सजा दी जाती रही है, लेकिन पहली बार उत्तर प्रदेश के आंबेडकरनगर जिले में पशुओं को सजा-ए-मौत का फरमान सुनाया गया है। इसमें चार घोड़ों को मारकर उनको मौत के घाट उतार दिया जाएगा।यही नहीं इसकी तैयारी भी जिला प्रशासन व पशुपालन विभाग ने पूरी कर ली है।
बता दें कि सोमवार को घोड़ों को मारकर जेसीबी से गड्ढा खोदकर दफन कर दिया जाएगा। दरअसल घोड़ों, गधों व खच्चरों में संक्रामक रोग “ग्लैंडर्स फार्सी नामक बीमारी” तेजी से पांव पसार रहा है। इस गंभीर बीमारी का कोई टीका व इलाज नहीं है। सबसे खराब स्थिति यह है कि यह बीमारी पशुओं से मनुष्यों में असानी से फैल जाती है। इस कारण इसकी रोकथाम एवं जागरूकता के लिए पशुपालन विभाग कर्मियों का प्रशिक्षण कराकर बीमार पशुओं की जांच कराने का निर्देश गया।
वहीं सभी पशु चिकित्साधिकारी अपने क्षेत्र के अंतर्गत प्रतिमाह आठ गांवों में ग्लैंडर्स बीमारी की निगरानी करते चले आ रहे हैं। इसी क्रम में जिले से प्रति माह 30 घोड़ों के खून का नमूना राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान संस्थान हिसार (हरियाणा) भेजा जाता है। वहीं गत माह भेजे गए नमूनों में भीटी ब्लॉक के चार घोड़ों में ग्लैंडर्स फार्सी बीमारी का लक्षण जांच में पाया गया है।
अब यह बीमारी अन्य पशुओं के साथ मनुष्यों में न फैले इसलिए अब इन चारों घोड़ों को मौत के घाट उतारा जाना निश्चित कर लिया गया है। इस संबंध में उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार शर्मा ने बताया कि चारों घोड़ों को मारने की कागजी कार्रवाई पूर्ण कर ली गई है। जिलाधिकारी के अलावा विभागीय अधिकारियों से अनुमति मिल गई है। जल्द ही घोड़ों को मारकर गड्ढे में दफना दिया जाएगा।