मशहूर उद्योगपति और Bajaj Group के पूर्व चेयरमैन राहुल बजाज का शनिवार को पुणे में निधन हो गया। वह 83 साल के थे। वह लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे। राहुल बजाज ने साल 1972 में बजाज ग्रुप की जिम्मेदारी संभाली थी। वह करीब 5 दशक तक बजाज ग्रुप ऑफ कंपनीज से जुड़े रहे। वह साल 2006 से लेकर 2010 तक राज्य सभा के सदस्य भी रहे। देश के सफलतम उद्योगपतियों में शामिल राहुल बजाज ने दुपहिया और तिपहिया वाहनों के क्षेत्र में बजाज आटो को खड़ा किया और उसे अग्रणी स्थान तक पहुंचाया है।
बता दें कि राहुल बजाज राज्य सभा सांसद भी रहे और उन्हें 2001 में पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है. वे बजाज समूह से जुड़े थे. राहुल बजाज ने पांच दशकों में बजाज समूह को उसकी बुलंदियों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.बजाज ने 1965 में बजाज समूह का कार्यभार संभाला था और उनके नेतृत्व के दौरान, समूह उपमहाद्वीप में सबसे बड़े समूहों में से एक बनकर उभरा. राहुल बजाज का जन्म 10 जून, 1938 को कोलकाता में हुआ था.
उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से अर्थशास्त्र की पढ़ाई की थी. इसके अलावा बजाज के पास बॉम्बे विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए की डिग्री भी थी. उन्हें 1986-89 तक तत्कालीन इंडियन एयरलाइंस के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था और 1999-2000 के दौरान दूसरी बार सीआईआई के अध्यक्ष बने. अप्रैल 2021 में उन्होंने बजाज ऑटो के चेयरमैन के रूप में पद छोड़ दिया. हालांकि उन्हें 5 साल के लिए कंपनी के एमेरिटस चेयरमैन के रूप में नियुक्त किया गया था.
राहुल बजाज ने 1968 में बजाज ऑटो (Bajaj Auto) के सीईओ का पदभार संभाला और 1972 में मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में नियुक्त हुए. उन्होंने 1979 से 1980 तक सीआईआई (CII) के अध्यक्ष और सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया.
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