रामपुर — उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक बेबस पिता बेटे की जान के लिए अपनी किडनी बेचने के लिये डीएम से गुहार लगाई है। दरअसल इस बेबस पिता ने अपनी ज़िंदगी को दांव पर अपने बेटे की बिमारी का इलाज कराने के लिये लगाया है। वहीं पिता ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन से लेकर सीएम तक मदद की गुहार लगाने के बाद भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
बता दें कि मामला रामपुर जिले के कोतवाली सिविल लाइन क्षेत्र के ग्राम मड़ैयान का है। जहां रहने वाला मोहम्मद सलीम पुत्र भूरे जो बहुत ही गरीब है, जिसके पास न तो ज़मीन है नही कोई रोज़गार। सलीम के सात वर्षीय बेटे आरिश को थैलासीमिया नामक बीमारी है।यह बीमारी बच्चे के खून में है, जिससे उसकी जान को खतरा है और हर महीने बच्चे का खून बदला जाता है।
गरीब पिता इलाज के लिए सब कुछ बेच चुका है। आपको बता दें कि इस वक़्त बच्चे का इलाज कलावती सरन अस्पताल नई दिल्ली में चल रहा है। गंभीर बिमारी होने के कारण इसमें काफी खर्चा आता है, जो अब इस पिता के लिये उठा पाना मुश्किल है। वहीं बेटे के इलाज के लिये सूबे के मुख्यमंत्री से लेकर हर अधिकारी से मिल चुका है, पर कहीं से कोई मदद नहीं मिली।
जिससे थक हारकर अब इस मजबूर पिता ने रामपुर जिलाधिकारी को पत्र लिखकर किडनी बेचने की अनुमती मांगी है, जिसकी मंज़ूरी भी गरीब को नहीं मिल रही है। इस मामले में डीएम महेंद्र बहादुर सिंह से बात की गई तो उन्होंने ऑफ कैमरा बताया कि बच्चे के इलाज के लिए सीएमओ को सूचित कर दिया गया है और जल्द बच्चे का इलाज कराया जाएगा।
पिता सलीम की मुसीबत यहीं खत्म नहीं होती, बल्कि उसके मकान में चल रही बिजली का बिल भी कहर बन कर उस पर टूट पड़ा है। सलीम के ऊपर बिजली का बिल करीब 42 हज़ार रुपये हो गया है, जिससे उसकी घर की बिजली काट दी गई है।