फर्रुखाबाद–विकास खण्ड राजेपुर के पूरे क्षेत्र में बाढ़ का प्रभाव देखने को मिला है। शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र बचा हो जहां पर पानी न पहुंचा हो । जो गांव या ग्राम सभाएं गंगा की बाढ़ से अधिक प्रभावित हुए उनमे से उदयपुर कंचनपुर आशा की मड़ैया के लोगो ने एडीएम के सामने बाढ़ राहत सामग्री बितरण में लेखपाल व प्रधान द्वारा घपलेवाजी बाजी की शिकायत की है।
खास कर आशा की मड़ैया व कंचनपुर के लगभग 77 लोगो के नाम बाढ़ पीड़ितों में होने के बाबजूद उनको बाढ़ राहत सामग्री नही दी गई है।उनको राहत सामग्री दी जाए और जो दोषी है उनके खिलाफ कार्यवाही की मांग की वह ग्राम सभा चाचूपुर का मौजा पश्चिमी गौटिया में बुधपाल के घर 10 पैकेट राहत सामग्री के उतारे गए।जबकि पीड़ित व गरीब लोगों को राहत सामग्री नही दी गई गांव वालों का कहना था कि प्रधान के लिए सभी बाढ़ पीड़ित बराबर होने चाहिए लेकिन उन्होंने लेखपाल के साथ मिलकर केवल चेहरा देखकर राहत पहुंचाई है।साथ ही साथ गांव में स्वास्थ्य टीम भेजी जाए जिससे गांव में बीमार पड़े बुजुर्गो का इलाज कराया जा सके।
गंगा का जल स्तर धीरे धीरे कम होने लगा है लेकिन जिला प्रसाशन ने अभी तक बाढ़ से तबाह हुए एक दर्जन गांवों में अभी तक बाढ़ राहत सामग्री नही पहुंचा पाई है।जिनमे जिठौली,नगला केवल,रामपुर,कनकापुर, सहित यह गांव राहत सामग्री से बंचित चल रहे है।दूसरी तरफ सामग्री की घपलेबाजी की शिकायत लगातार जिलाधिकारी से की जाती रही है और अभी भी की जा रही है लेकिन अभी तक पूरे जिले में किसी भी कर्मचारी पर कोई कार्यवाही होती नजर नही आ रही है क्योंकि सभी की जांचे चल रही है।एडीएम भानुप्रताप सिंह ने बताया कि गांव वालों ने जो शिकायत दर्ज कराई है उसकी जांच कराकर कार्यवाही की जायेगी और जो लोग बंचित है उनको बाढ़ राहत सामग्री उपलब्ध कराई जायेगी।
(रिपोर्ट-दिलीप कटियार, फर्रूखाबाद)