लखनऊ–लखनऊ के पुलिस लाइंस में हुए वार्षिक फिटनेस टेस्ट में हर पुलिसकर्मी से निर्धारित फीस 10 रुपये से ज्यादा रकम वसूलने का मामला सामने आया है।
कई पुलिसकर्मियों ने वहीं के एक डॉक्टर पर मेडिकल सर्टिफिकेट देने के लिए रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। इस मामले में लेन-देन का एक विडियो भी एसएसपी को सौंपा गया है, जिसके बाद एसएसपी ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। पुलिस लाइंस में हर साल सभी पुलिसकर्मियों का वार्षिक मेडिकल टेस्ट होता है। डॉक्टर के फिटनेस सर्टिफिकेट के आधार पर ही नए वित्तीय वर्ष में पुलिसकर्मियों की तनख्वाह बनती है। अगर डॉक्टर ने किसी पुलिसकर्मी को मेडिकल ग्राउंड पर अनफिट घोषित कर दिया तो तनख्वाह मिलने का संकट खड़ा हो जाता है और विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया भी शुरू होती है।
पुलिस लाइंस में इस साल सात जनवरी से मेडिकल टेस्ट शुरू हुआ। पुलिसकर्मियों ने एसएसपी को दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि मेडिकल टेस्ट करने वाले डॉ. संजीव विश्वास ने सभी पुलिसकर्मियों से 21 से 50 रुपये तक वसूल लिए। इस मामले की शिकायत पर एसएसपी ने एक उच्चाधिकारी को जांच सौंपी है। सूत्रों के मुताबिक, विडियो और पुलिसकर्मियों के बयान के आधार पर आरोप सही साबित हो रहे हैं।
पुलिस लाइंस स्थित अस्पताल के डॉक्टर से ही पुलिसकर्मियों का फिटनेस टेस्ट करवाया जाता है। इसमें हाइड्रोसील, हार्ट, किडनी और लिवर समेत कई बिंदुओं पर जांच की जाती है। जांच करवाने के लिए अस्पताल से एक रुपये का पर्चा बनता है और मेडिकल फिटनेस टेस्ट की फीस के तौर पर 10 रुपये लिए जाते हैं। पुलिसकर्मियों का आरोप है कि डॉक्टर ने उनसे 21 से 50 रुपये तक लिए। जिसने जो नोट दिया, रख लिया गया। बाकी पैसे वापस नहीं किए।