कानपुर — कोरोना वायरस को लेकर विश्व भर में हाहाकार मचा हुआ है।वहीं यूपी के कानपुर शहर में कोरोना वायरस का पहला संदिग्ध रोगी मिला है। जबकि स्वास्थ्य विभाग की सर्विलांस टीम ने उसकी केस हिस्ट्री लेकर शासन को अवगत कराया है। शासन से अनुमति मिलने के बाद संदिग्ध के तीन नमूने लिए जाएंगे। उसे जांच के लिए लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के वायरोलॉजी लैब और पुणे स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजा जाएगा।
दरअसल केरल के दो मेडिकल छात्रों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि से देशभर में खलबली मची हुई है। विदेश मंत्रालय ने आनन-फानन में नागरिक उड्डयन मंत्रालय से 31 दिसंबर से 29 जनवरी तक चीन की यात्रा पर गए एवं चीन से होकर दूसरे देशों की हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों की सूची तलब की है। उसे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को मुहैया कराते हुए एहतियातन सभी कदम उठाने का अनुरोध किया। कोरोना को लेकर देशभर में अलर्ट जारी किया गया। उस सूची से राज्यों के हिसाब से छांट कर नाम भेजे गए।
इससे चीन और चीन से होकर दूसरे देश आने-जाने वालों लोगों की संख्या 69 हो गई है। इसमें एक नाम कानपुर देहात जिले के डेरापुर का है और दूसरा फर्रुखाबाद का है। कोराना वायरस के लक्षण मिलने की सूचना पर प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्रशासन को अलर्ट कर दिया था। साथ ही अलग वार्ड बनाने के निर्देश दिए थे। गुरुवार को प्राचार्य प्रो. आरती लाल चंदानी और प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या के शहर से बाहर होने की वजह से कार्यवाहक प्राचार्य प्रो. महेंद्र सिंह ने पीसीआर रूम में बैठक बुलाई।