बहराइच — मंगलपुरवा गांव में शुक्रवार को अचानक आग लग गई। मकान धधक उठे। देखते ही देखते आधे से अधिक गांव खंडहर में तब्दील हो गया। 30 ग्रामीणों के मकान धू-धू कर जल गए। गृहस्थी का एक तिनका भी नहीं बच सका है। 25 लाख से अधिक की संपत्ति के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। इन परिवारों के 480 लोग खुले आसमान तले आ गए हैं।
वहीं सूचना पर एसडीएम ने पहुंचकर पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाया है। महसी तहसील अंतर्गत हरदी थाना क्षेत्र के मंगलपुरवा गांव में लगभग 48 ग्रामीणों के मकान स्थित है। शुक्रवार को आम दिनों की तरह चहल-पहल थी। ग्रामीण खेत खलिहानों को जाने की तैयारी कर रहे थे।
इसी दौरान गांव निवासी यार मोहम्मद के घर में अचानक आग लग गई।परिवार के लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए। इस पर शोर मचाया। गांव के लोग दौड़े। लेकिन चल रही तेज हवा से आग की लपटें तेजी से फैलीं। जिसके चलते देखते ही देखते लपटों ने गांव निवासी अली हुसैन, इकबाल, रमजान, रेशमा, कलीमुन, चोंगे, बहादुर, बिंद्रा, सीता, कृपाराम, परशुराम, किशुन, लखन, मुरली, साबिर, मुन्ना, राजू, सुशील, ननकन, बबलू, फूलमती समेत 30 लोगों के मकान को आगोश में ले लिया।
चीख पुकार मच गई। जैसे-तैसे ग्रामीण जान बचाकर घरों से भागे। सूचना थाने को दी गई। आधे घंटे बाद दमकल वाहन मौके पर पहुंचा। ग्रामीणों की मदद से अग्निशमन कर्मियों ने किसी तरह आग पर काबू पाया। अफरा-तफरी की स्थिति दिखी। गृहस्थी का एक तिनका भी नहीं बच सका है। अनाज, कपड़ा, बर्तन सबकुछ राख के ढेर में तब्दील हो गया है। पूरा गांव खंडहर नजर आ रहा है। 30 परिवारों के 480 लोग आशियाना विहीन हो गए हैं। दोपहर बाद उपजिलाधिकारी डॉ. संतोष उपाध्याय भी गांव पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाते हुए कोटेदार की मदद से अनाज उपलब्ध कराया। उपजिलाधिकारी ने कहा कि तिरपाल व बच्चों के कपड़े की व्यवस्था कराई जा रही है। शीघ्र ही सभी पीड़ित परिवारों को मुआवजा मुहैया कराया जाएगा।
(रिपोेर्ट-अमरेंद्र पाठक,बहराइच)