पूर्व कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर व बाबू सिंह कुशवाहा समेत कई नेताओं पर यूपी के प्रतापगढ़ में एफआईआर दर्ज हुई है. इन दोनो के अलवा अपना दल (कमेरावादी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल समेत आधा दर्जन नेता भी नामजद हैं.
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ये है मामला…
बता दें कि इन सभी पर FIR इसलिए दर्ज हुई है, क्योंकि ये लोग बुधवार को पट्टी सर्किल के गोविंदपुर गांव में जाने के लिए पहुंचे थे. दरअसल यहां हाल ही में प्रधान पुत्र से मारपीट के बाद फैली अफवाह पर जमकर बवाल के साथ पुलिस पर भी पथराव किया गया था. जिसके बाद से इलाके में धारा 144 लगी हुई है.
प्रधान पुत्र के बेटे पर हमले के बाद प्रतापगढ़ में सियासत गर्म हो गई है. इससे पहले अपना दल विधायक आरके वर्मा, समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव और पूर्व विधायक राम सिंह को भी गोविंदपुर गांव में जाने से रोक दिया गया था. ये नेता बिना अनुमित के गांव में घुसने की कोशिश कर रहे थे. हालांकि पुलिस ने इन्हें गांव में घुसने से पहले ही रोक दिया और वापस लौटा दिया. इसके बाद गुरुवार को सभी के खिलाफ FIR दर्ज की गई.
पूरे प्रदेश में गुंडाराज- राजभर
गौरतलब है कि ओम प्रकाश राजभर के लगातार यूपी सरकार पर हमलावर रहने के कारण बीजेपी के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन टूटा था. ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि हम भागीदारी मोर्चा में शामिल आठ दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीड़ितों से मिलकर उनका दुख-दर्द साझा करने जा रहे थे, गांव से 500 मीटर पहले सरकार के इशारे पर हम लोगों को रोक दिया गया.
राजभर ने कहा पूरे प्रदेश में गुंडाराज, भ्रष्टाचार, हत्या, लूट, डकैती, बलात्कार चरम पर हैं. सरकार पूरी तरह नाकाम है, हम जैसे लोगों को रोका जा रहा जो गरीब मजलूम से मिलने जा रहे थे.
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(रिपोर्ट- मनोज त्रिपाठी, प्रतापगढ़)