इलाहाबाद — उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में पालतू जानवर से प्रेम का एक मामला इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल यहां अफ्रीकन तोते के खो जाने पर एक परिवार के बच्चों ने खाना-पीना तक छोड़ दिया है। इतनी ही नहीं बल्कि तोते के लिए पम्पलेट छपवाए गए है और इनाम की घोषणा की गई।
इनाम की रकम 1 या 2 हजार नहीं बल्कि पूरे 10 हजार रुपए रखी गई है।दरअसल फतेहपुर के रहने वाले नगर निगम के मुख्य वित्त अधिकारी दिनेश बाबू ने करीब 4 साल पहले दिल्ली से कांगो (अफ्रीका) में पाए जाने वाले तोते का एक जोड़ा 50 हजार रुपए में खरीदा था। उस समय तोता और तोती सिर्फ कुछ दिन के थे। दिनेश बाबू के परिवार ने दोनों को बच्चों की तरह पाला। वे तोते को ग्रेस और तोती को लिलि पुकारते हैं। विदेशी नस्ल का होने के कारण उन्हें इम्पोर्टेड आहार दिया जाता जो उनके शरीर के अनुकूल है। दोनों के दाने व फल पर हर महीने करीब 3 हजार रुपए से अधिक का खर्च किया जाता है।
वहीं इसी बीच 25 नवंबर को लिलि पिंजरे से निकल गई। जिसके बाद से पूरा परिवार परेशान हो उठा। दिनेश के साथ ही उनकी पत्नी और दोनों बेटियों की खुशियां ही जैसे चली गई हो। कुछ दिन तक परिवार मोहल्ले और आस-पास के इलाकों में लिलि की तलाश करता रहा।लेकिन उसका कुछ पता न हीं ऐसे में उनकी छोटी बेटी ने तो खाना-पीना ही छोड़ दिया।
जिसके बाद दिनेश ने शंकरघाट इलाके के आसपास हैंडबिल और पोस्टर लगवाए। पहले तोते को लाने वाले को 5 हजार रुपए इनाम देने की बात कही गई, लेकिन पता नहीं चलने पर इनाम की राशि बढ़ाकर 10 हजार रुपए कर दी गई है।