फतेहपुर– यूपी में योगी सरकार आते ही दबंग और भूमाफियाओ को प्रदेश छोड़कर चले जाने की हिदायत दी और लॉ एन्ड ऑर्डर मेंटेन करने के लिए प्रदेश में एनकाउंटर कर अपराधियों के अंदर भय लाने में लगी हुई हैं।
लेकिन फतेहपुर जिले में बीजेपी जिला पंचायत अध्यक्ष के पति अभय प्रताप सिंह के ऊपर दबंगई के बल पर जबरन कब्ज़ा करने के लिए दर्जनों साथियो के साथ टाकीज में घुसकर तोड़फोड़ कर लूटपाट करने आरोप टाकीज संचालक ने लगाया है। पुलिस ने मामले को तनाव पूर्ण देखते हुए दोनों पक्षों थाने में बैठाकर मामले को सुलझाने का प्रयास किया लेकिन पुलिस की यह पहल रंग नहीं लायी और बाद में पुलिस ने सत्ता पक्ष के इशारे में पीड़ित टाकीज संचालक को धमकाया भी तभी मीडिया द्वारा कवरेज करने पर पुलिस ने मीडिया कर्मियों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए नजर आये जो कैमरे में कैद हो गया है। वहीँ इस मामले में पुलिस का कोई भी अधिकारी कैमरे में कुछ भी कहने से मना कर रहे है |
फतेहपुर जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के कटरा अब्दुलगनी मोहल्ले में बनी टाकीज को बीजेपी नेता व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि व पति अभय प्रताप सिंह टाकीज में कब्ज़ा करने के नियत से दर्जनों साथियो के साथ टाकीज में घुसकर तोड़फोड़ कर दी। जिसके बाद माहौल तनाव पूर्ण देखते हुए पुलिस ने टाकीज को छावनी बनाते हुए बीजेपी नेता व टाकीज संचालक को थाने ले आई। जहाँ दोनों पुलिस बीजेपी नेता के इशारे में टाकीज संचालक को धमकाने में लगी हुई थी तभी मीडिया द्वारा कवरेज करने पर पुलिस भड़क उठी और मीडिया के चलते हुए कैमरे को देख दरोगा जी अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए नजर आये जिसके बाद बीजेपी नेता माहौल को बिगड़ता देख वहां से निकल गए |
वहीँ पीड़ित टाकीज संचालक मनीष तिवारी ने बताया की बीजेपी नेता अभय सिंह अपने दर्जनों साथियो के साथ असलहा लेकर आये और कर्मचारियों के साथ मारपीट करते हुए टाकीज में तोड़फोड़ कर दिया। इस घटना की सुचना एसपी और 100 डायल को फोन कर सूचित किया मौके पर पहुंची पुलिस से मुकदमा दर्ज करने के लिए कहा लेकिन पुलिस बीजेपी नेता के इशारे में काम कर रही और धमका रही हैं जिसका बैनमा और लाइसेंस 20 वर्षो से है। वहीँ इस मामले में बीजेपी नेता व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि व पति अभय प्रताप सिंह से बात की तो उनका कहना था की मनीष तिवारी द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद है, टाकीज का बैनामा मैंने कराया है जिसमे कब्ज़ा करने गए थे | हलाकि इस मामले में पुलिस का कोई भी अधिकारी कैमरे में कुछ भी कहने से मना कर रहा हैं लेकिन पुलिस द्वारा मीडिया से अभद्र भाषा किये जाने का पूरा वीडियो कैमरे में कैद हो गया हैं की पुलिस किस तरह से पीड़ितों को थाने में बैठालकर पीड़ितों को धमकाती है और मीडिया कर्मियों पर अपना रौब झाड़ती हैं। प्रदेश के डीजीपी अपने महकमे से मीडिया कर्मियों से सौहार्द कायम करने के निर्देश दे रही हैं लेकिन पुलिस मीडिया कर्मी को पुलिस से डरने के लिए कह रहे है |
(रिपोर्ट – नितेश श्रीवास्तव , फतेहपुर )