बहराइच– निषादनगर चहलवा गांव के निकट नहर के पास शौच के लिए गए एक दिव्यांग ग्रामीण पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया। एक लकड़ी के लट्ठे को पकड़कर दोनों पैर से दिव्यांग युवक ने लगभग दस मिनट तक संघर्ष किया।
आसपास के लोगों के पहुंचने पर उसकी जान बच सकी। उसे पीएचसी से मिहीेंपुरवा रेफर किया गया है। वनाधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लिया है। कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के कतर्नियाघाट रेंज अंतर्गत निषादनगर चहलवा गांव निवासी छट्टू (40) दोनों पैर से दिव्यांग है। उसके दोनो पांव नीचे तरफ मुड़े हुए हैं। जिसके चलते वह काफी तेज रफ्तार में चल भी नहीं पाता। रविवार को वह अपने घर से पास ही स्थित नहर के निकट शौच करने गया था। शौंच के बाद वह जैसे ही नहर के किनारे पहुंचा। मगरमच्छ ने उसे दौड़ा लिया। मगरमच्छ ने दिव्यांग के दोनों पैरों को जबड़े में कस लिया। लेकिन पास पड़े एक लकड़ी के लट्ठे को दिव्यांग ने पकड़ा लिया था। इसके बाद चीख पुकार शुरू कर दी थी।
लगभग दस मिनट तक मगरमच्छ से संघर्ष करता रहा। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग दौड़ पड़े। किसी तरह मगरमच्छ को पानी की तरफ भगाया गया। इसके बाद दिव्यांग को सुजौली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। यहां से उसे सीएचसी मिहींपुरवा रेफर कर दिया गया। घटनास्थल पर वन दरोगा अनिल कुमार, वन रक्षक कौशल किशोर सिंह ने पहुंचकर निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि जंगल का क्षेत्र होने के कारण मगरमच्छ नहर में आ गया है। आसपास के लोग इससे सचेत रहें।
(रिपोर्ट- अनुराग पाठक , बहराइच )