मेरठ — जनता की सुरक्षा का जिम्मा पुलिस के कंधों पर होता है लेकिन जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो कैसे आम आदमी अपने आप को सुरक्षित महसूस करेगा ।
जी हां, ताजा मामला है जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर का जहां पर एक परिवार ने पुलिस पर घर में घुस कर महिलाओं और बच्चों से मारपीट का आरोप लगाया है। जिसके बाद भारतीय किसान यूनियन ने एडीजी कार्यालय पर जमकर हंगामा किया। उन्होंने आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही ना होने तक एडीजी कार्यालय पर ही डेरा डालने की चेतावनी दी है।
दरअसल मामला गढ़मुक्तेश्वर के एक मोहल्ले का है। यहां रहने वाले एक परिवार के मुताबिक कुछ समय पूर्व उन्होंने एक मकान खरीदा है। इसी मकान को लेकर उनका पुराने मकान मालिक से विवाद चल रहा है। आरोप है कि कल रात थाने की पुलिस कई गाड़ियों में भर कर आई और बिना महिला पुलिसकर्मियों के घर में घुसे पुरुष पुलिसकर्मियों ने घर में मौजूद सभी लोगों को जमकर पीटा और सामान उठाकर ले जाने लगे।
विरोध करने पर पुलिसकर्मियों ने घर की महिलाओं, किशोरियों यहां तक कि एक मासूम के साथ भी जमकर मारपीट की। पीड़ित परिवार का आरोप है कि उन्होंने छत पर चढ़कर घटना की वीडियो बनानी शुरू की तो पुलिसकर्मियों ने उन पर पथराव भी किया। इसके बाद पूरे परिवार को गाड़ी में डालकर थाने ले गए और अपराधियों की तरह डेढ़ साल के मासूम समित सभी लोगों को हवालात में बंद कर दिया।
सुबह स्थानीय निवासियों के हस्तक्षेप के बाद उन्हें थाने से छोड़ा गया। दहशतजदा पीड़ित परिवार शनिवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत के साथ एडीजी कार्यालय पहुंचा। एडीजी प्रशांत कुमार के कार्यालय में नहीं मिलने पर राकेश टिकैत ने भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं और पीड़ित परिवार को साथ लेकर एडीजी कार्यालय में डेरा डाल दिया है। उन्होंने आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही ना होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।
(रिपोर्ट- प्रदीप शर्मा,मेरठ)