फतेहपुर–फतेहपुर जिले के गाजीपुर थाना क्षेत्र के बरूहा गाँव में किसान ने 2 दिन पूर्व बैंक व साहूकारों के कर्ज से आजिज आकर फांसी लगा मौत को गले लगा लिया। फतेहपुर जिले में सरकार द्वारा किसानो को मलहम लगाने वाला करोडो रुपये का बजट इस किसान को नहीं बचा पाया।
मृतक किसान कृष्ण चंद्र शुक्ल ने मार्च 2018 में अपने बड़े बेटे के इलाज के लिए गाँव के ही साहूकारों से लाखो रुपये कर्ज लेकर बेटे का इलाज कराया लेकिन बेटे को नहीं बचा पाया। बेटे की मौत के बाद टूटे किसान ने किसी तरह बैंक और साहूकारों से कर्ज लेकर बेटी की शादी तो कर दिया लेकिन कर्जदारों की घर में लाइन देख किसान सदमे रहने लगा। जब बैंक द्वारा किसान कर्ज माफ़ी नहीं हुआ तो किसान और परेशान रहने लगा और उसने साहूकारों और बैंक के कर्ज से छुटकारा पाने के लिए खेत में लगे टियूबवेल में फांसी लगा अपनी जीवन लीला समाप्त कर लिया |
मृतक किसान कृष्ण चंद्र की मौत के बाद से पुरे परिवार में कोहराम मचा हुआ हैं वहीँ मृतक किसान के छोटे बेटे की माने तो बड़े भाई के इलाज के साहूकारों से लगभग सात लाख रुपये कर्ज लिया था। भाई की मौत के बाद बेटी की शादी करने के साहूकारों से और बैंक से कर्ज लेकर शादी किया। जिसके बाद साहूकार कर्ज के लिए परेशान करने लगे।
वहीँ इस मामले में डीएम से बात की तो उनका कहना था की किसान शराब का लती था बैंक से 1.5 लाख का केसीसी लिया था जिसमे से बावन हजार तीन सौ सैतालिस रुपये निकाल लिए थे बैंक द्वारा किसी तरह का कोई दबाव नहीं बनाया गया और मृतक किसान ने किसी भी तरह का कोई भी कृषक सम्बंधित कोई आवेदन नहीं किया था। कर्जदारों की बात सामने आ रही है जिसकी किसान ने किसी तरह की कोई शिकायत कही नहीं किया। अगर किसान द्वारा कोई शिकायत मिली होती तो कार्यवाही की जाती। सबसे बड़ी बात की जिस किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया उन्हें डीएम साहब उसके परिवार को दिलासा तो नहीं देने के लिए गए लेकिन उस मृतक किसान को शराबी जैसे शब्दों का बखान कर किसान की बेबसी का मजाक जरूर उड़ा दिया हैं।
(रिपोर्ट- नितेश श्रीवास्तव, फतेहपुर )