फर्रुखाबाद–फर्रुखाबाद में खेत की मिट्टी खनन माफियाओं को बेचने वाले खेत मालिको अब आप साबधान हो जाएये। खेत की मिटटी बेचीं तो आप के खिलाफ 133 सीआरपीसी के तहत उनको नोटिस देकर कार्यवाही की जाएगी ।
यह कहना है जिले के सदर एसडीएम ईशांत प्रताप सिंह का जो कि अंडर ट्रेंनिग पर है।लेकिन उनको एसडीएम का चार्ज मिला हुआ है।पूरे प्रदेश में अभी तक किसी जिले में इस प्रकार की कार्यवाही देखने को नही मिली है जिसकी शुरुआत उन्होंने फर्रुखाबाद से कर दी है।सपा सरकार से लेकर भाजपा सरकार में भी अवैध खनन माफियाओं का ही राज दिखाई दे रहा है खनन अधिकारी आमदनी के चलते खनन माफियाओं से मिलकर मानक के विरुद्ध खनन करा रहे है।जिस कारण जिन खेतो में तीन फुट की गहराई तक खनन होना चाहिए था वहां पर पांच से आठ फुट तक मिट्टी खनन की गई है।जिसमे वरसात के समय पानी भरने से कई लोगो की मौते भी हो चुकी है।
अब जो खेत मालिक मिट्टी का मानक के विपरीत खनन करायेगा वह उसमे मिट्टी भरवाकर बराबर करायेगा उसके साथ खनन के दौरान खराब हुए मार्ग की मरम्मत करवाएगा।यदि ऐसा खेत मालिक नही करता है तो उस खेत मालिक के ऊपर धारा 188 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कराकर कार्यवाही कराई जायेगी। एसडीएम ने बताया अभी तक तीन खेत मालिको को चिन्हित किया गया है उनके खिलाफ 133 की कार्यवाही की जा चुकी है सदर क्षेत्र में जहां जहां पर खनन हो रहा है उसकी चेकिंग कराई जा रही है।यदि मानक के अनुरूप नही मिला तो उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जायेगी।
यह कार्यवाही इसलिए कि जा रही है जिससे जब खनन माफियाओं के द्वारा खनन के लिए खेत लेंगे तो खेत मालिक खनन के समय वही पर मौजूद रहकर खनन करायेगा जिससे अधिक खनन नही हो सकेगा।
(रिपोर्ट – दिलीप कटियार, फर्रुखाबाद )