श्रावस्ती — जिले में कोरोना वायरस की दहशत से बौद्ध तपोस्थली में स्थित मंदिर को बंद कर दिया गया है। इसके लिए बाकायदा नोटिस बोर्ड भी लगाया गया है। जिसमे लिखा गया है कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर एहतियातन डेन महामंकोल मंदिर को अनिश्चित समय के लिए बंद कर दिया गया है। और वायरस की स्थिति में सुधार होने पर पुनः मंदिर खोलने की बात नोटिस बोर्ड पर लिखी गई है। जिसको लेकर पर्यटकों में मायूसी देखी जा रही है। क्योंकि बौद्ध तपोस्थली श्रावस्ती में हर साल दो से तीन लाख विदेशी पर्यटक चीन, जापान, थाईलैंड, श्रीलंका, कोरिया, वर्मा म्यामार आदि देशों से आते रहते हैै।
अंतराष्ट्रीय पर्यटन बौद्ध तपोस्थली श्रावस्ती हमेशा विदेशी पर्यटकों से गुलजार रहती है। मगर इस समय जोरों से फैल रहे कोरोना वायरस की दहशत को देखते हुए बौद्ध तपोस्थली अब उतनी गुलजार नही दिख रही है। कोरोना वायरस की दहशत को लेकर बौद्ध तपोस्थली स्थित डेन महामंकोल मंदिर को अनिश्चित समय के लिए बंद कर दिया गया है। बौद्ध तपोस्थली श्रावस्ती में हर वर्ष तकरीबन 2 से तीन लाख विदेशी पर्यटक आते रहते हैं। जिनमे चीन, जापान, थाईलैंड, श्रीलंका, म्यामार, कोरिया, वर्मा आदि देशों के विदेशी पर्यटक शामिल रहते हैं।
बौद्ध तपोस्थली स्थित डेन महामंकोल मंदिर को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए एहतियातन अनिश्चित समय के लिए बंद कर दिया गया है। जिसके लिए बाकायदा नोटिस बोर्ड भी लगाया गया है जिसमे लिखा गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए मंदिर को अनिश्चित समय के लिए बंद कर दिया गया है। और कोरोना वायरस में सुधार के बाद मंदिर को पुनः खोल दिया जाएगा। यही नही इसके साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए मठ मंदिरों और होटलों की निगरानी भी की जा रही है। और एहतियात के तौर पर लोगों को मास्क लगाने की भी सलाह दी जा रही है।
इस संबंध में एसडीएम इकौना राजेश मिश्रा बताते हैं कि बौद्ध स्थली श्रावस्ती में डेन महामंकोल एक विदेशी संस्था द्वारा बनवाया हुआ मंदिर है। एहतियातन उन्होंने मंदिर को बंद किया हुआ है। क्योंकि श्रावस्ती में बहुत बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक आते हैं। जिले में अभी कोरोना वायरस की कोई बात नही है फिर भी एहतियातन मंदिर को उन्होंने बंद किया है।
(रिपोर्ट-अनुराग पाठक,श्रावस्ती)