कानपुर देहात — देश के सबसे बड़े बहुचर्चित यानी बेहमही काण्ड को हुए लगभग 38 साल का वक्त गुज़र गया। फूलन देवी की हत्या हो गयी फूलन के हत्यारे को सज़ा हो गयी।लेकिन पुलिस इन 38 सालो में अभी भी तीन डाकुओ को गिरफतार करने में नाकामयाब साबित हुई है। इस काण्ड से जुड़े अधिकांश लोग मर गए है और जो बचे है वो बिस्तर पर है उनके हाथ पैर काम नहीं करते आँखों से कम दिखाई देता है।
बता दें कि 14 फरवरी 1981 को दस्यु सुंदरी फूलन देवी ने बेहमही गांव में एक ही जाति के 26 लोगो को एक कतार में खड़ा कर गोलियों से भूंज दिया था।जिसमे 20 लोग मौके पर ही मारे गए थे और 6 लोग बुरी तरह घायल हो गए थे। जिसे देश का सबसे बड़ा नरसंहार कहा जाता है।इस घटना को गुज़रे करीब 38 साल हो गए और मामला न्यायालय में चल रहा है। इस नरसंहार में 35 से 36 डाकुओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था ।
गौरतलब है की बेहमही काण्ड में शामिल फूलन देवी के साथ डकैत मान सिंह, विश्वनाथ उर्फ़ अशोक और राम रतन भी मुख्य आरोपियों में है। जो आज भी उपरोक्त तीनो डाकू पुलिस की पकड़ से कोसो दूर है और फरार है । घटना के 38 साल बीत गए हालांकि पुलिस ने डाकू मान सिंह के जालौन स्थित घर व राजपुर घर की कुड़की कर ली। जानकारों की माने तो इन तीन डाकुओं की गिरफ्तारी ना होना बेहमई काण्ड के फैसले में देरी की वजह है।
(रिपोर्ट-संजय कुमार,कानपुर देहात)