फर्रूखाबाद में कुत्तों का आतंक कायम,अस्पतालों में एंटी रेबीज वैक्सीन का अकाल

फ़र्रुख़ाबाद–सीतापुर के बाद जनपद में कुत्तों का आतंक कायम है। इनके हमले से हर रोज तमाम लोग घायल हो रहे हैं। उधर, मरीजों का अस्पतालों में एंटी रैबीज बैक्सीन तक नहीं पा रही है। कारण, फार्मा कंपनी द्वारा आपूर्ति ठप करने से कई अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो गया है।

जिले में आठ सीएचसी सहित लोहिया जिला अस्पताल है। इन अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी रेबीज वैक्सीन (एआरवी) की आपूर्ति की जिम्मेदारी एक फार्मा कंपनी के पास है। सूत्रों की माने तो आपूर्ति देने वाली कम्पनी का कुछ भुगतान लंबित हो गया है। ऐसे में कंपनी डेढ़ माह से अस्पतालों को समय पर वैक्सीन आपूर्ति में आनाकानी कर रही थी। यंहा तक कि अफसरों का अधिक दबाव होने पर हजारों की मांग पर अस्पतालों को सौ-दो सौ वैक्सीन देकर टरका रही है। ऐसे में जिले के अस्पतालों में वैक्सीन का संकट गहराता जा रहा है। लोहिया अस्पताल और आस पास के सीएचसी में  एंटी रेबीज वैक्सीन (एआरवी) का स्टॉक खत्म हो गया है।

नगर के लोहिया अस्पताल में मई से कंपनी ने आपूर्ति प्रभावित कर रखी है। यंहा बीते 15 दिन पूर्व 600 वायल का ऑर्डर भेजा गया था। लेकिन अभी तक एक भी वायल उपलब्ध नही हो सकी है।वही ग्रामीण क्षेत्र में खुलीं अन्य सीएचसी पर भी वैक्सीन का स्टॉक लगभग खत्म है। लोहिया अस्पताल में कुत्ते या बंदर के काटने से लगभग 150 से 260 मरीज एआरवी लगवाने के लिए आते है। अब बरसात के दिनों में जुलाई से लेकर अक्टूबर तक यह संख्या लगभग दो गुनी हो जाती है। लेंकिन इससे निपटने के लिये अस्पताल में फ़िलहाल कोई इंतजाम नही है।यदि 600 वायल की सप्लाई आ भी गयी तो वह ऊट में मुंह में जीरा साबित होगी।यह हालत तब है जब थाना जहानगंज क्षेत्र के ग्राम रतनपुर निवासी श्रीनिवास की 12 वर्षीय पुत्री प्रिया की 24 अप्रैल 2018 को कुत्तों के काटने के बाद 12 मई को मौत हो गयी थी।मौत का कारण एंटी रेबीज ना मिलना था। शिकायते हुई लेकिन उसके परिवार को न्याय नही मिला।

लोहिया अस्पताल के सीएमओ डॉ० अशोक कुमार ने बताया कि उन्होंने डिमांड भेजी है लेकिन अभी तक सप्लाई नही आयी है।सप्लाई एक-दो दिन में आने की सम्भावना है।डिमांड भेजे एक माह खत्म होने को आया है।

(रिपोर्ट-दिलीप कटियार,फर्रूखाबाद )

 

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