लखनऊ–आयुष्मान योजना के तहत उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर फर्जी गोल्डन कार्ड बनाए जा रहे हैं। इस विषय पर चिंता जताते हुए स्वास्थ विभाग ने आनन फानन सर्वे करा कर1450 गोल्डन कार्ड निरस्त कराए हैं।
फर्जी गोल्डेन कार्ड बनाने वाले गिरोह का आजमगढ़ और झांसी में भंडाफोड़ हुआ है। दोनों जिलों के सीएमओ ने एफआईआर भी दर्ज कराई है। इनमें आजमगढ़ से एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया है। बता दें कम्प्यूटर जनरेटेड राशन कार्डों को फर्जी बनाया जाना संभव है। साचीज को पास जब यह जानकारी आई तो उसने अब तक बने सभी 80 लाख गोल्डेन कार्ड की जांच कराई।
साचीज ने पाया कि करीब आठ हजार गोल्डेन कार्ड संदिग्ध हैं। एक-एक कार्ड की जांच की तो अब तक 1445 कार्ड निरस्त कर दिए हैं। दावा किया गया कि किसी भी फर्जी गोल्डेन कार्ड का इलाज में उपयोग नहीं किया गया। हालात ये हैं कि यहां 50 रुपये में फर्जी गोल्डन कार्ड बनाए जा रहा है।