बहराइच — मिहीपुरवा कस्बे के जरही रोड स्थित एक मकान में नकली डीजल बनाने का कारखाना संचालित हो रहा था। भनक लगने पर पुलिस ने छापेमारी कर सोमवार को मौके से भारी मात्रा में केमिकल व अन्य सामान बरामद किया।
कारखाना संचालक व उसके सहयोगी भाग खड़े हुए। बरामद सामान व कारखाने को सीज कर दिया गया है। कुछ लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई है।
मिहींपुरवा क्षेत्र में अरसे से नकली डीजल का कारोबार फल-फूल रहा था। इसकी शिकायत कई बार क्षेत्र के लोगों ने की, लेकिन कारोबारी पकड़ में नहीं आ रहे थे। इधर एक सप्ताह से मिहींपुरवा कस्बे में जरही रोड पर स्थित एक मकान से नकली डीजल का कारखाना संचालित होने की भनक मोतीपुर पुलिस को लगी। उपजिलाधिकारी को भी सूचना दी गई। इस पर सोमवार को उपजिलाधिकारी कीर्तिप्रकाश भारती की अगुवाई में तहसीलदार मिहींपुरवा केशवराम, पूर्ति निरीक्षक अशोक कुमार गौड़, राजस्व निरीक्षक सगीर अहमद ने पुलिस टीम के साथ जरही रोड स्थित एक खंडहरनुमा मकान पर छापेमारी की।
लेकिन छापेमारी की भनक पाकर मौके से कारखाना संचालक भाग खड़े हुए। मकान के अंदर 11 खाली ड्रम, केरोसिन भरे पांच ड्रम, एक केमिकल भरा ड्रम, एक गैलन, दो तेल मापक यंत्र, 12 छोटे बड़े गैस सिलेंडर व कुछ उर्वरक, बरामद हुई। इसके बाद पड़ोस में स्थित लालू मौर्या के मकान में भी राजस्व टीम ने छापेमारी कर तलाशी ली। यहां पर एक ड्रम केरोसिन, तीन खाली ड्रम, छह प्लास्टिक गैलन व यंत्र बरामद हुए। जांच के दौरान पता चला कि आजमगढ़ निवासी वीरेंद्र गुप्ता ने कस्बा निवासी नकछेद सोनी का मकान किराये पर लिया था। जिसमें वह नकली डीजल का कारखाना संचालित कर रहे थे। जबकि लालू मौर्या के मकान से भी कारखाना संचालन में सहयोग ले रहे थे।
उपजिलाधिकारी ने बताया कि दोनों मकानों को सीज कर सामान को कब्जे में ले लिया गया है। जांच की जा रही है। एसडीएम ने बताया कि आरोपी वीरेंद्र गुप्ता फरार है। उसकी तलाश में दबिश दी जा रही है। इस मामले में केस दर्ज हो गया है।
(रिपोर्ट-अनुराग पाठक,बहराइच)