हापुड़ – जिले के एक निजी मेडिकल कालेज में डिलीवरी के लिए गई एक महिला के ऑपरेशन डिलीवरी के दौरान चिकित्सकों की लापरवाही से रूमाल पेट में रह गया। इससे महिला पिछले चार साल से दर्द से तड़प रही थी। अब चार साल बाद पिलखुवा के सरस्वती मेडिकल कालेज मे जब महिला का ऑपरेशन किया गया तो पेट में आंतो से लिपटा हुआ एक रूमाल मिला।
पीड़िता के परिजनों ने अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है और साथ ही उच्चाधिकारियों से शिकायत की बाद भी कही। ताजा मामला जिले के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के मौहल्ला गढ़ी का है जहां नियाज और उनकी पत्नी मीना का आरोप है कि हाइवे स्थित रामा मेडिकल कालेज में 26 फरवरी 2014 को डिलीवरी के लिए ऑपरेशन हुआ था आप्रेशन के दौरान चिकित्सकों की लापरवाही से ब्लड साफ करने का छोटा रूमाल पेट में ही छूट गया था।
पीड़िता के पति का कहना है कि उसकी पत्नी पेट दर्द से जूझ रही थी पीड़िता को जब हाइवे स्थित एक अन्य मेडिकल कालेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया जहां ऑपरेशन के दौरान उसकी आंतो में लिपटा एक छोटा रुमाल मिला है। सरस्वती मेडिकल कालेज के अधीक्षक डा0 नरेन्द्र कुमार का कहना है कि महिला मीना पिछले काफी दिनों से पेट के दर्द से पीड़ित थी जिसका अल्ट्रासाउंड किया गया उस दौरान एक ऐसी तस्वीर हमारे सामने आई जिसको देखकर हम सभी चौक गए, क्योकि पीड़ित महिला की आंतो में रुमाल जैसा कुछ चिपका हुआ दिख रहा था। जिसको हमारे डाक्टरो ने ऑपरेशन के द्वारा बारह निकाला जो ऑपरेशन के समय ब्लड रोकने के लिए लगाया जाता है।
लेकिन ये उस समय के डॉ ने लापरवाही से महिला के पेट मे ही छोड़ दिया था जब इस पूरे मामले में पीड़िता से बात की गई तो उसने बताया कि अब से 4 वर्ष पहले पास में ही स्थित रामा मेडिकल कालेज में उसने डिलीवरी के लिए ऑपरेशन कराया था तभी से उसके के पेट मे दर्द रहता था तो हमने कल यहाँ आकर दिखाया तो हमे पता चला कि रुमाल जैसी कोई वस्तु पेट के अंदर है जिसको यहाँ के डॉ ने ऑपरेशन कर निकाल दिया है और अब में स्वस्थ हूँ। अब पीड़ित रामा मेडिकल कालेज पर कानूनी कार्रवाई की बात कर रहे है। अब देखने वाली बात ये होगी कि पीड़ित पक्ष अगर शिकायत करता है तो क्या उसको न्याय मिलेगा क्या आरोपी डॉ पर कार्रवाई होगी।
(रिपोर्ट- विकास कुमार, हापुड़)