न्यूज डेस्क — रूस के न्योनोस्का में रॉकेट परीक्षण के दौरान धमाके में 5 वैज्ञानिकों की मौत हो गई जबकि अन्य 9 लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। बताया जा रहा है कि हादसा गुरुवार को हुआ था।
वहीं हादसे के ठीक बाद न्योनोस्का से 47 किमी दूर सेवेरोद्विंस्क शहर के अधिकारियों ने चेतावनी दी कि धमाके के ठीक बाद रेडिएशन स्तर सामान्य से 20 गुना ऊपर है। करीब 40 मिनट बाद स्थिति ठीक हुई। हालांकि, शुक्रवार को भी साइट पर कुछ छोटे धमाकों में 9 लोग घायल हो गए। फिलहाल मेडिकल टीम ने केमिकल और न्यूक्लियर प्रोटेक्शन सूट पहनकर सभी घायलों को टेस्ट साइट से बाहर निकाल लिया है।
जानकारी के मुताबिक हादसा रॉकेट के लिक्विड प्रोपेलेंट इंजन के परीक्षण के दौरान हुआ। वैज्ञानिक आइसोटोप के जरिए प्रपुल्शन सिस्टम को चलाने का प्रयास कर रहे थे।हालांकि हादसे के दो दिन बाद भी अभी स्थिति सामान्य नहीं हो पाई है। टेस्टिंग साइट के पास मौजूद आर्खनगेल्सक और सेवेरोद्विंस्क शहरों में रेडिएशन को लेकर लोगों में डरे हुए है।
बता दें कि रूस में इस हफ्ते का यह दूसरा बड़ा हादसा हुआ। इससे पहले सोमवार को साइबेरिया स्थित हथियारों के गोदाम (एम्युनिशन डम्प) में आग लगने से इलाके में धमाके शुरू हो गए। इसमें एक की मौत हुई जबकि 8 अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए।