लखनऊ–मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपोत्सव-2018 में मुख्य अतिथि के रूप में कोरियाई राष्ट्रपति को पत्र लिखकर आमंत्रित किया. कोरियाई राष्ट्रपति ने आमन्त्रण को स्वीकार भी किया लेकिन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के चलते आने में असमर्थता जतायी और अपनी पत्नी किम-जोंग-सुक को भेजने का फैसला किया.
सोमवार को किम-जोंग-सुक विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात व राष्ट्रपति भवन के भोज में शामिल होने के बाद पीएम मोदी से मुलाकात कर सोमवार की रात राज्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ सह भोज में शामिल हुईं.
आज दोपहर साढ़े 12 बजे बाई रोड अयोध्या के लिए प्रस्थान कर अपराह्न दो बजे महारानी हौ के स्मारक पर पहुंची. स्कूली बच्चे और छात्र-छात्राएं सड़कों के किनारे खड़े होकर मुख्य अतिथि का स्वागत भारत व कोरिया झंडे लेकर किया. अयोध्या में स्वागत स्थल पर पुष्पवर्षा की भी योजना बनाई गई है.
मुख्य अतिथि कोरियाई महारानी ‘हौ’ के स्मारक की 24.66 करोड़ की लागत की विस्तारीकरण योजना के शिलान्यास करेंगी. इसी के बाद मुख्यमंत्री रानी हो के स्मारक के बगल ही स्थित रामबाजार का उद्घाटन करेंगे. सायं चार से साढ़े चार बजे के बीच का समय भगवान राम की अगुवानी एवं राज्याभिषेक के लिए प्रस्तावित है. इसके बाद मां सरयू की आरती में मुख्य अतिथि सहित सभी विशिष्ट जन शामिल होंगे. पांच दीयों वाले विशेष रजत दीप से आरती उतारेंगी. कोरिया सरकार के संस्कृति मंत्री, राजदूत भी शामिल होंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ कोरियाई मेहमानों की अगवानी के लिए केन्द्रीय विदेश राज्यमंत्री जनरल डॉ. वीके सिंह व उनकी पत्नी एवं प्रदेश सरकार के दोनों उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा भी मौजूद रहेंगे. आरती के उपरांत एलईडी के सुसज्जित सात दीयों का दीपदान भी होगा.कोरिया की फर्स्ट लेडी संकल्पित दीपदान को पहले मुख्यमंत्री योगी को सौंपेंगी.
सरयू आरती के लिए सात घाटों पर पुजारीगण देवी मां की आरती उतारेंगे. उन्हीं के मध्य में सभी वीवीआईपी की भी चौकियां सजाई गयी हैं. इन चौकियों पर खड़े होकर वह सभी देवी मां की आरती उतारेंगे. कोरियाई सुरक्षा अधिकारी किसी प्रकार से अपने वीवीआईपी के निकट भीड़ एकत्र न होने देने का आग्रह कर चुके हैं.
सरयू की आरती के लिए नयाघाट दुल्हन की तरह सजाया गया है. कई गेट बनाए गए हैं, बैरीकेडिंग करायी गयी है. राम कथा पार्क के ओपन एयर थिअटर से हेलिपैड स्थल तक मार्ग दुरुस्त किया गया है. सुरक्षा के इंतजामों को लेकर कड़ी मश्क्कत की गयी. अयोध्या में राम पैड़ी के किनारे 30 फुट ऊंची भगवान की राम और 15 फुट की हनुमान जी प्रतिमा स्थापित की गई.