मेरठ — आज के दौर में जहां कई अस्पतालों में मरीज के साथ इलाज के पैसों को लेकर विवाद होने की कई घटनाएं देखने को मिल रही है। वही दूसरी तरफ कुछ डॉक्टर ऐसे है जो इस कहावत को कायम करने की कोशिश कर रहे है कि भगवान का दूसरा रूप होते है डॉक्टर ।
दरअसल , कई बार डॉक्टर्स के पेशे को बदनाम करने की खबरें लगातार सुनने को मिलती रहती हैं । कहीं किसी गरीब मजदूर को पैसों के अभाव में प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज नहीं मिल पाता है तो कभी डॉक्टर्स के द्वारा इलाज़ में लापरवाही होने से किसी मरीज़ की जान चली जाती है । लेकिन अगर किसी डॉक्टर या हॉस्पिटल द्वारा किसी ग़रीब को मुफ्त में इलाज़ देकर उसकी जान बचाने की ख़बर मिलती है तो लगता है कि डॉक्टर को भगवान का रूप इसीलिए कहा जाता है।
जी हां ऐसा ही एक नाम है डॉक्टर सुनील गुप्ता का है जो एक सर्जन हैं । मेरठ के केएमसी हॉस्पिटल के निदेशक डॉक्टर सुनील गुप्ता जो अपने पेशे के पूरी तरह से न्याय करते नज़र आ रहे हैं। दरअसल डॉक्टर सुनील गुप्ता किसी गरीब या जरूरतमंद मरीज़ का लाखों रुपये का इलाज बिना कोई पैसे लिये भी कर रहे हैं। अगर किसी के पास इलाज़ के लिए पैसे नहीं हैं तब भी उनकी प्राथमिकता में उस व्यक्ति का इलाज़ ही रहता है ना कि इलाज में होने वाला खर्च।
पिछले 24 साल से लगातार डॉक्टर सुनील गुप्ता गरीबों के इलाज के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं । इतना ही नहीं हर महीने तकरीबन 6 निःशुल्क चिकित्सा शिविर लगाते हैं और इसके साथ साथ ग्रामीणों के फ्री इलाज के लिए योजनाएं तक बना डाली। जिनमे से एक योजना है के एमसी ग्रामीण स्वास्थ्य योजना। इस योजना के तहत डॉक्टर्स की टीम गावों में जाती है और गरीब ग्रामीणों को निःशुल्क चिकित्सा मुहैया करती है।
(रिपोर्ट-लोकेश टंडन,मेरठ)