शाहजहांपुर — एक सिपाही ने जिंदगी और मौत से जूझ रही घायल युवती को अपना खून देकर उसे नई जिंदगी का तोहफा दिया है। यूपी पुलिस के सिपाही के दरियादिली से पुलिस अधिकारियों का भी सीना गर्व से चैङा हुआ है। इसी के चलते पुलिस के आलाधिकारी सिपाही के मानवता के लिए उसे सम्मानित करने की बात कर रहे हैं।
बता दें कि पुवायां थाने में तैनात यूपी पुलिस के इस कान्स्टेबल का नाम यश कुमार है। 2011 बैच के यश कुमार मुल रूप से मुरादाबाद के रहने वाले है। जैसा नाम वैसा ही इस सिपाही का काम भी है। यपूी पुलिस के ये सिपाही एक काम ने पुलिस विभाग को मानवता नही पहचान दी है। सुरक्षा डयूटी में तैनात यश कुमार ने जिन्दगी और मौत से जूझ रही एक युवती को उस वक्त अपना खून दिया जब खून देने के नाम युवती को कोई नही मिला।
दरअसल थाना पुवायां के लखवा गांव में एक सिरफिरे युवक ने युवती को गोली मार दी थी। जिला अस्पताल से उसे लखनऊ केजीएमसी रेफर किया गया था। युवती के साथ उसकी सुरक्षा के लिए सिपाही यश कुमार को साथ में भेजा गया था। अधिक खून बह जाने के कारण युवती को खून की बेहद जरूरत थी। कमजोर मां-बाप को देखकर वहा मौजूद डाक्टरों ने मां बाप का खून लेने से इन्कार कर दिया। जब युवती को कोई खून देने वाला नही मिला तो डयूटी पर तैनात सिपाही यश कुमार ने खुद अपना खून देने का फैसला किया। सिपाही के ही खून से जिन्दगी और मौत से लड़ रही युवती को नई जिन्दगी मिल गई। आज वो खतरे से बाहर बताई जा रही है।
यूपी पुलिस पुलिस के इस सिपाही का मानना है कि पुलिस डयूटी के साथ हम सबको मानवता के अपने कर्तव्यों को कभी नही भूलना चाहिए। सिपाही ने अपने पुलिस साथियो से अपील की है कि वो समाज के लिए भी कुछ ऐसे करे जिससे पुलिस विभाग की मानवतावादी छवि बन सके।
अपर पुलिस अधीक्षक, शाहजहांपुर सुभाष चंद्र शाक्य ने बताया कि अपने सिपाही के इस दरिया दिली ने पुलिस के अफसरों का भी सीना चैड़ा कर दिया है। पुलिस के अफसरों को इस बात पर गर्व है कि विभाग में ऐसे कई लोग है जो मानवता की मिशाल पेश करते है। अब अफसर यश को पुलिस कार्यक्रम में सम्मानित करने की बात कर रहे है।वहीं यूपी पुलिस की छवि को सकारात्मक बनाने के लिए खुद सूबे के डीजीपी ओपी सिंह ने आगरा में एक खास वर्कशाप की थी जिसके बाद कई जिलों से यूपी पुलिस के मानवता से जुड़े किस्से सुनने को मिले थे। ऐसे में जरूरत है इन यश जैसे पुलिकर्मियों को प्रोत्साहित करने की ताकि पुलिस का सकारात्मक छवि भी लोगों के सामने पेश हो सके।
(रिपोर्ट-संजय श्रीवास्तव,शाहजहांपुर)