खबर एटा जनपद से है जहाँ कोरोना को लेकर जेल में बंद भाईयों की रक्षाबन्धन पर कलाई सुनी ना रह जाएं इसके चलते एटा जेल अधीक्षक ने एक नई पहल शुरु की है।
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जिसमे बहिनें जेल में रक्षा बंधन के त्यौहार पर बंदी और सजाआफ्ता कैदी भाइयों की कलाईयों पर बहन द्वारा राखी बांधे जाने वाले इस बहिन भाई के पवित्र राखीबन्धन त्योहार से एक दिन पहले जेल में बंद कैदियों को राखी बांधने आने वाली बहिनों के लिए जेल के बाहर एक राखी डेस्क काउंटर बनाया गया है। जिससे बहिनें अपनी राखी का लिफाफा पैक कर अपने प्यारे,दुलारे भाई का नाम लिखकर उसको राखी भेजने के लिए कोविड डेस्क काउंटर पर राखी जमा कर रही है। वैसे तो हर साल बहिनें जेल में अंदर जाकर अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती थी लेकिन अब इस बर्ष कोरोना के चलते जेल अधीक्षक पीपी सिंह ने ये नई व्यबस्था की गई। वही कोरोना जैसी गंभीर बीमारी को मद्दे नजर रखते हुए बहिनों द्वारा भाईयों को दी जा रही घेवर, मिठाई आदि को प्रतिबंधित किया गया है।
वही बंदियों को मिस्ठान की कमी महसूस ना हो इसके लिए एटा जेल अधीक्षक पीपी सिंह ने अपने निजी खर्चे पर बंदियों को विशेष भोजन मीठे के साथ खीर बनवाकर वितरित करने का निर्णय लिया है। जेल अधीक्षक का ये कोई पहला मामला नही, वो ज्यादातर हर त्योहार पर वो अपनी तरफ से जेल में बंद बन्धियों और कैदियों को अपना परिवार का हिस्सा मानकर पूर्व में भी कुछ स्पेशल भोजन वितरित कराते देखे गए है और जेल में निरुद्ध बंदी उन्हें अपना मुखिया और संरक्षक मानते हुए उनकी प्रशंसा करते नही तक रहे है। वही कोरोना के कहर के चलते जेल में किसी भी बहिन की मुलाकात बंदी से नहीं कराई जाएगी।
(रिपोर्ट-आर.बी.द्विवेदी,एटा)