एटा जिला कारागार (etah jail) में आज फिर से पुराना समय याद आया है, जैसे कि प्राचीन काल में मशाल, लालटेन और मिट्टी के दीपक जलाए जाते थे. जैसे-जैसे समय बीतता गया और दुनिया आगे बढ़ती गई, अब इलेक्ट्रिकल जमाना है और बिजली की रोशनी से जेल में उजाला हुआ करता था.लेकिन रविवार को एक बार फिर से मिट्टी के दीपकों से जेल जगमगाती दिखी.
दरअसल कोरोना महामारी को लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी लोगों से गुजारिश की थी कि रविवार की रात 9 बजे 9 मिनट तक अपने घर में लाइट बंद करके दिया, मोमबत्ती और मोबाइल की फ़्लैश लाइट जलाई और दीपक की रोशनी में काम करें, जिससे कोरोना वायरस को हराया जा सके.
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कैदियों ने जेल में जलाए 1100 दिये
दीपक की रोशनी जलने के बाद कहीं ना कहीं कोरोना वायरस को हराने में भारत का अहम योगदान होगा और जेल (etah jail) में बंद कैदियों ने 1100 सों दीपकों से कोराना वायरस को हराओ लिखा, जिससे लग रहा है भारत से कोरोना हारेगा और अपना देश भारत जीतेगा. लोगों ने देश के प्रधानमंत्री की अपील को मानते हुए सभी लोगों ने अपने-अपने घरों में दीपक जलाए हैं, तो वहीं जिला कारागार भी इस मुहिम में आगे बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहा है.
9 मिनट तक बंद रही जेल की लाइटें
वहीं जेल (etah jail) के सुप्रिडेंट पी.पी सिंह ऐसे कार्यों में कैदियों के साथ आयोजन करने में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते है जिससे जेल में निरुद्ध बंदियों में आपस मे मेल-जोल बना रहे. उन्होंने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद आज जिला कारागार में भी दीपक जलाए गए हैं, और 9 मिनिट के लिए लाइट बंद कर दी गई, इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए थे और दीपक की रोशनी से जेल जगमगाती रही है.
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(रिपोर्ट- आर.बी.द्विवेदी, एटा)