सोनभद्र — सूबे के आखिरी छोर पर चार राज्यों (छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश , झारखण्ड और बिहार) की सीमाओं से सटे सोनभद्र के बभनी थाना क्षेत्र जो छत्तीसगढ़ राज्य सीमा से लगता है। इस थाना क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है।
बभनी थाना क्षेत्र के डुमरहर गांव में हाथियों ने रात एक बजे एक युवक को कुचल कर मार डाला। दो अन्य व्यक्ति भी घायल हो गए। पिछले कुछ दिनों से हाथियों ने सोनभद्र के सीमावर्ती गांवों में तांडव मचा रखा है। एक वन कर्मी की भी मौत हो चुकी है। दर्जनों लोगों का घर और खेती तहस नहस हो चुकी है। रम्पाकुरर गांव से रविवार को हाथियों ने राय सिंह के घर को घेर रखा था। जहां बच्ची और एक महिला फंसी थी।रम्पाकुरर गांव से हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ा गया। जंगल की ओर जाते समय रात लगभग एक बजे हाथी डुमरहर गांव पहुंचे।यहां जंगल किनारे घर बना कर रह रहे 25 वर्षीय आदिवासी युवक राजेन्द्र गोंड़ उनके सामने आ गया। उस समय वह शौचं के लिए घर से बाहर निकला था।
एक हाथी ने उसे पैर से कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर मौजूद राम दास ने बताया कि रात दो बजे हाथी उसके गांव डुमरहर में आये तो बचने के चक्कर में वह भागा और कुएं में गिर गया, जिससे उसकी जान बच गई। वहीं इस्माइल मो पुत्र रहीम घायल हो गया। युवक की मौत की सूचना के कई घण्टे बाद बभनी थाना के एसआई राजेन्द्र यादव गांव पहुंच कर शव को कब्जे में लेना चाहें पर नाराज ग्रामीण युवक का शव उठाने नहीं दिये घण्टो के मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने पुलिस के मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया तब जाकर सोमवार की सुबह पौने दस बजे ग्रामीणों ने शव को पुलिस के हवाले किया।
वही एक परिवार के सदस्य कई घंटे फंसे रहे घर में रम्पाकुरर गांव में रविवार की देर शाम पहुंचे हाथियों ने राय सिंह के घर के आसपास डेरा डाल दिया। उस समय घर मे एक आठ वर्षीय बच्ची सहित एक अन्य महिला भी थी। ग्रामीणों ने अपनी ओर से वहां से हाथियों को भगाने की कोशिश की। लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में पहुंची वन विभाग की टीम की मदद से देर रात को हाथियों को गांव से खदेड़ने में ग्रामीण सफल रहे।
(रिपोर्ट-रविदेव पाण्डेय,सोनभद्र)