फर्रुखाबाद–भाजपा सरकार प्रत्येक गांव के हर घर में बिजली पहुंचाने के लिए योगी जी ने सौभाग्य योजना की शुरुआत की। जिसके तहत पूरे गांव की हर गली में बिजली की लाइन के मीटर लगाकर उनको बिजली उपलब्ध कराना व उसके लिए बिजली विभाग को आदेशित किया था।
ठेकेदारों ने गांव गांव विधुतीकरण का ठेका तो लिया है लेकिन जिस मानक से काम होना चाहिए था। वह नहीं हो रहा है।प्रदेश का बिजली विभाग भले ही आम जनता को बिजली देने में सबसे पीछे हो, मगर जब बिल पहुंचाने की बात आती है, तो वह जहां बिजली ही नहीं पहुंची है, वहां भी बिल भेज देता है।
मामला बीजेपी सांसद के गोद लिए हुए विकास खण्ड मोहम्मदाबाद गांव खिमसेपुर का है जहां सौभाग्य योजना के तहत गांव में बिजली कनेक्शन देने थे बिजली विभाग गांव में बिजली के मीटर लगाने के बाद मीटर के तारो के कनेक्शन करना भूल गया । दूसरी तरफ सौभाग्य योजना में गरीबो से भी ठेकेदारो द्वारा पैसा बसूला जा रहा है। गांव के दर्जनों लोगों के साथ ऐसा हुआ है। उनके पास बिजली के बिल भेज दिए गए हैं, ऐसा ही कमालगंज क्षेत्र के गांव रतनपुर में सौभाग्य योजना के अंतर्गत विधुतीकरण ठेकेदार द्वारा कराया जा रहा है लेकिन यह कार्य तीन माह पहले से कराया जा रहा है। आधे से ज्यादा गांव में लोगो के घरों में मीटर लगा दिए गए है जिन उपभोक्ताओं ने मीटर लगवाए है। उनसे 150 रुपये बसूले गए लेकिन दो माह पहले घरो पर लगाए मीटरों का कनेक्शन अभी तक नहीं जोड़ा गया है। जिस कारण गांव अभी भी अंधेरे में है।बहुत से लोगों के एक माह में 360 रुपये का बिल बिजली विभाग द्वारा थमा दिया गया है। जिन लोगों के बिजली के मीटर के साथ ही बिजली आपूर्ति शुरू कर दी थी।
उनका बिल यदि विभाग द्वारा भेजा जाए तो किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती लेकिन जिन लोगों ने बिजली इस्तेमाल मीटर से करनी शुरू कर दी है। उनका भी विल 360 रुपया जिन्होंने ने बिजली इस्तेमाल नहीं की उनका भी बिल उतना ही आया है। अंधेरे का बिल भी सूबे का बिजली विभाग गरीबों से वसूलता है। सौ साल से जिस गांव के लोगों ने कभी बिजली के दर्शन भी न किए हों, उस गांव के लोगों को बिजली विभाग के अधिकारियों ने बिल भेजकर उनकी रात की नींद उड़ा दी है। बिजली विभाग की तरफ से बिजली के खंभे तो गांव में खड़े कर दिए गए, लेकिन तार आज तक नहीं दौड़ाए गए।
(रिपोर्ट- दिलीप कटियार, फर्रुखाबाद )