न्यूज डेस्क — बुराई पर अच्छाई के त्योहार विजयादशमी पर मंगलवार को देश के अलग-अलग हिस्सों में धूमधाम से मनाया गया.दशहरा के मौके पर रावण, उसके बेटे मेघनाद और उसके भाई कुंभकर्ण के पुतले जलाकर लोगों ने बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव मनाया। वहीं लोगों ने पुतले जलाने के दौरान पर्यावरण संरक्षण को भी ध्यान में रखा और हरित पटाखे जलाए। हालांकि कई हिस्सों में पारंपरिक पटाखे का इस्तेमाल नहीं किया गया। राष्ट्रीय राजधानी में या तो हरित पटाखों का इस्तेमाल हुआ या फिर पटाखों का इस्तेमाल ही नहीं किया गया।
दरअसल चार दिन तक चलने वाली दुर्गा पूजा का भी समापन मंगलवार को हो गया। मूर्ति विसर्जन के लिए मंगलवार को नदियों और तालाबों के किनारे लोगों की भीड़ देखी गई। दशहरा और दुर्गा पूजा को ध्यान में रखते हुए देश के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए।
प्रधानमंत्री मोदी ने द्वारका श्री राम लीला सोसाइटी में आयोजित दशहरा समारोह में बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाद के पुतले जलाए गए। प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को लोगों से अपील की कि वे नवरात्र की भावना को आगे ले जाते हुए महिलाओं को और सशक्त बनाने एवं उनकी गरिमा की रक्षा करने के लिए काम करें।