फर्रुखाबाद — पुलवामा हमले में शहीदों के गम में दूल्हा-दुल्हन ने वरमाला डालने से पहले हाथों में तिरंगा थाम दो मिनट का मौन रखा तो वहीं सभी आंखें नम हो गईं और जोश में वंदेमातरम् के उद्घोष गूंजने लगे।
शहनाई की जगह शादी में ऐ मेरे वतन के लागों जरा आंख में भर लो पानी जैसे देश भक्ति के गीत बजे। हाथों में तख्तियां लिए बारातियों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस माहौल के बीच ब्रजेश और कामिनी की यह शादी यादगार हो गई।
बता दें कि कमालगंज कस्बा के मोहल्ला प्रताप नगर निवासी रामबाबू चौरसिया की बेटी कामिनी की 20 फ़रवरी को बरात आई। जनपद कन्नौज के सौरिख निवासी रामेश्वर दयाल चौरसिया के पुत्र बृजेश कुमार के द्वारचार की रस्म पूरी की गई। फिर गेस्टहाउस में वर-वधू जयमाल के लिए स्टेज पर पहुंचे। वधू पक्ष की महिलाएं व बाराती भी जयमाल देखने को तैयार थे। इससे पूर्व दूल्हा बृजेश ने तिरंगा मंगाने की इच्छा जाहिर की। कहा कि कन्नौज के सैनिक प्रदीप यादव पुलवामा में शहीद हुए हैं।
22 किमी दूर पर ही शहीद का घर है। वह अपने दांपत्य जीवन की शुरुआत शहीदों को नमन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि देकर करेंगे। इस पर तिरंगा व नारे लिखी तख्तियों की व्यवस्था की गई। वर-वधू ने हाथों में तिरंगा थामा और बारातियों ने नारे लिखी तख्तियां। फिर दूल्हा बृजेश ने साउंड पर बज रहे शहनाई गीत भी बंद करवाए और ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी, जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुर्बानी, गीत बजवाया। वर-वधू ने नम आंखों से दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
(रिपोर्ट-दिलीप कटियार,फर्रुखाबाद)