हाथरस– यूपी के हाथरस जिले के थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र के गांव भुर्रका में एक परिवार पुलिस की नाइंसाफी और दबंगों के डर से गांव छोड़ने को मजबूर है। परिवार ने अपने घर की दीवार पर यह इबारत लिख दी है।
आपको बता दे कि हाथरस जिले के गांव भुर्रका में 13 जून को जेसीबी से मिट्टी खोदने को लेकर दो पक्षों में हुए जमीनी विवाद में हुए पथराव में एक पक्ष के वृद्ध रामसेवक सिंह की नाक पर चोट लगने से मृत्यु हो गयी थी। घटना के सम्बंध मृतक रामसेवक सिंह के बेटे कुलदीप कुमार ने गांव के ही चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज होने पर नामजद लोगो की गिरफ्तारी करके उन्हें जेल भेज दिया है। कुलदीप का कहना है कि अब दबंगो के परिवार के लोग उनके परिवार को डरा धमका रहे है। गांव छोड़ जाने की कह रहे है जिसके चलते वह अपने परिवार के साथ गांव से पलायन करने पर मजबूर है। कुलदीप का कहना है कि पुलिस ने भी उनके साथ नाइंसाफी की है और मामले में धारा 302 की जगह 304 में मुकदमा दर्ज किया है।
उधर जिले के एएसपी का कहना है कि पीड़ित परिवार के गांव से पलायन को मजबूर होने के मामले की डीएसपी से जाँच कराई जाएगी और परिवार को जरुरी सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। उनका कहना है कि प्रथम दृष्टया तो यह मामला धारा 304 का ही है। लेकिन इसकी विवेचना में जो तथ्य सामने आएंगे उसके हिसाब से आगे की कार्यवाही की जाएगी।
(रिपोर्ट-सूरज मौर्या, हाथरस)