फर्रुखाबाद–जिले में विषाक्त भोजन खाने से करीब 90 बारातियों की हालत खराब हो गई। बारातियों को सुबह पेट दर्द व दस्त की शिकायत हुई। यह जानकारी मिलते ही बारातियों के परिजनों में हड़कंप मच गया।
अनेकों बाराती बारात में लाए गए वाहनों से अस्पताल गए। जानकारी के अनुसार गुंडा प्रवृति के होने के कारण गांव के रघुनंदन यादव को बहन की शादी की दावत नहीं दी थी। इसी रंजिश में रघुनंदन ने परिवार के साथियों के साथ रात 10 बजे घर आ कर गाली गलौज किया और विरोध करने पर मेरी लात घूसों से पिटाई की। रघुनंदन देख लेने की धमकी लेकर चला गया और रात करीब 11 बजे अपने साथियों के साथ लाठी डंडा व तमंचे से लैस होकर पहुंचा। रघुनंदन ने ऐलान किया कि हम बारात को नहीं चढने देंगे। जब बारात पूर्व प्रधान रमेश यादव के मकान के पास पहुंची उसी समय रघुनंदन व उनके साथियों ने बारातियों को आगे जाने से रोक दिया। रमेश यादव के पुत्र राहुल ने फोन पर को सूचना दी। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर बारात चढ़वाई। बारात जब खाना खा कर सोने चली गयी तो सुबह के समय बारातियो की हालत ख़राब होने लगी ।लोहिया अस्पताल में करीब ढ़ाई दर्जन बारातियों को भर्ती कराया गया। विषाक्त भोजन खाने से दूल्हे के पिता पन्नालाल एवं भाई देवेंद्र रविंद्र दिनेश अरविंद गोविंद भूरे लाल की हालत खराब हो गई।
सत्यदेव ने बताया कि दूल्हा देवेंद्र ने बारातियों के साथ भोजन नहीं किया था जिसके कारण वह बीमार होने से बच गए। सत्यदेव ने आशंका जाहिर की कि रात झगड़ा करने वाले लोगों अथवा उनके किसी सहयोगी ने ही भोजन में जहर मिला दिया जिसके कारण ही बरातियों की हालत खराब हुई है। सत्यदेव ने बताया कि वह बारात के भोजन की जांच कराइ जाएगी। जिससे पता चले कि भोजन में क्या ज़हर मिलाया गया।
डॉक्टर अभिषेक चतुर्वेदी ने बताया कि अस्पताल में 30 -35 लोगो को भर्ती कराया गया है सभी का उपचार चल रहा है लेकिन 10 लोगो की हालत ज्यादा खराब उनके लिए अन्य डॉक्टरों के सहयोग से इलाज किया जा रहा है।खतरे की कोई बात नही है।
(रिपोर्ट – दिलीप कटियार , फर्रुखाबाद )