औरैया–दिबियापुर कस्बें में कब्रिस्तान और शमशान की जमीन पर अवैध कब्जा हटवाने को लेकर फफूंद चौराहे पर हिंदू और मुस्लिम संगठनों को एक साथ मिलकर अनशन पर बैठें हुए आज नौ दिन बीत चुके है।
जिला प्रशासन की मनमानी व लापरवाह रवैये के चलते उन्होंने आज नया रास्ता इख्तियार किया और अपने कपड़े उतार विरोध जताया।वैसे तो इनके धरने की आवाज जिला प्रशासन से लेकर सत्ता के गलियारों तक पहुँच गयी है।लेकिन दोनों गान्धारी पट्टी बांधकर इनकी तरफ ध्यान नही दे रहे है।अनशन पर बैठें सभी की माँग है कि अवैध कब्जाधारियों को हटाया जाए और उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए,नही तो वह इस अनशन को भूख हड़ताल में परिवर्तित कर देंगे।
अनशन पर बैठें हाजी मजीद कादरी ने कहा कि बड़ी बेशर्मी की बात है कि हक की लड़ाई के लिए हमे हमारे नगर के साथियो को बीच सड़क पर अर्धनग्न होना पड़ा । औरैया जिले के गूंगे बहरे जिला प्रशासन ने आज तक धरना स्थल पर पहुँचकर हमारी बातो को जानना भी मुनासिब नही समझा व सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि उल्टा प्रशासन हमारी आवाज को दबाने का हर सम्भव प्रयास कर रहा है। अगर ऐसा होता है तो मानवता के इतिहास में निंदनीय है।ये अधिकारी भूल गए शायद इन्होंने जनता की सेवा व निष्पक्ष न्याय की ली हुई कसम तोड़ दी है आज उनके घर के बड़े बुजुर्गों को भी ये अन्याय पता लगेगा तो उन्हें शायद शर्मिंदा होना पड़ेगा।
वही धरने पर बैठे श्रीकृष्ण पूर्व सभासद ने कहा कि मुझे नेक व सही कार्य के लिए नंगा होना पड़ा है।इसलिए अब मैं हर वो शख्स को जनता जनार्दन की नजरों में नंगा करूँगा जो भूमाफियाओं के साथ है व जिन्होंने भूमाफियाओं से पैसे लेकर अपना जमीर ईमान को पैरों तले कुचलकर मरघट व कब्रिस्तान की जमीन को बेच दिया व कब्जा करने दिया ऐसे भूमाफियाओं के खिलाफ मेरा एलान ए जंग है।
समय-समय पर जिला प्रशासन शासन को कब्रिस्तान मरघट की जमीन पर हो रहे लगातार भूमाफियाओं द्वारा कब्जे के बारे में अवगत कराया गया परंतु कोई भी अधिकारी इस मसले पर कुछ भी एक्शन लेने को तैयार नहीं हुआ ।इस मसले की पहल कर रहे हाजी मजीद कादरी के अनुसार पूर्व के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री,गृह सचिव मुख्यमंत्री द्वारा कई बार कब्जा हटवाने के जिला प्रशासन को आदेश दिए गए परंतु न् मुख्यमंत्री पूर्व कुमारी मायावती पूर्व राष्ट्रपति पूर्व प्रधानमंत्री, गृह सचिव व न्यायालय की जिले के उच्चाधिकारियों ने कार्यवाही न कर आदेशों की अवहेलना की है।आज भी जिला प्रशासन इस गंभीर मुद्दे को लेकर थोड़ा भी चिंतित नहीं है।अगर ऐसे ही चलता रहा तो आने वाले समय में कब्रिस्तान मरघट का नामो निशान मिट जाएगा और भूमाफियाओं के हौसले बुलंद रहेंगे।
इस पुुुरेे प्रकरण में जिला प्रशासन गूंगा बहरा बना हुआ हैं। ऐसा लगता है कि भूमाफियाओं पर कार्यवाही के बजाए जिला प्रशासन भूमाफियाओं के पक्ष में नजर आ रहा है।
(रिपोर्ट-वरूण गुप्ता, औरैया )