अम्बेडकरनगर — उत्तर प्रदेश के मुखिया के बातो का कोई असर ही नही पड़ रहा व्यवस्था जस की तस बनी हुई है गोवंश घुट घुट कर मर रहे है कागज में ही गोवंशो की गौ शाला संचालित की जा रही और ऊपर तक रिपोर्ट भी कागज में गोवंशों को गौशाले में पलने की दी जा रही है
लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की पोल तब खुल कर सामने आ गई जब जिले के भीटी तहसील के अंतर्गत स्थित ग्राम सभा मल्लेपुर सरैया के गौशाले में एक साथ दर्जन भर गोवँशो की चारे और पानी के अभाव में मौत हो गई।इतने गोवंश की एक साथ मौत से क्षेत्र में हाहाकार मच गया प्रशासनिक व्यवस्था की पोल खुल कर सामने आ गई लोग बरसात के कारण चारे के अभाव में मौत होने की शंका जता रहे है।प्रशासनिक उदासीनता का आलम यह है कि गोवंशों को कुत्ते नोच कर खा रहे है कुछ को पत्तों और घास से ढका गया है जिन्हें कुत्ते नोच रहे है।
मामले को दबाने में जुटे जिम्मेदार
वहीं अव्यवस्थाओ के बीच रखे जा रहे गोवंश कीचड़ में घुट-घुट कर दम तोड़ रहे है लेकिन जिले के किसी आलाहाकिम घटना स्थल तक पहुचने की जहमत नही उठाई ।वही मरे हुए गोवंशों की फोटो और बीडीओ बनाने पर लेखपाल मना करने लगा फोटो खींचने वाले से झड़प भी कर लिया और तो और मामले को रफा दफा करने के लिए बिना पोस्टमार्टम के ही गोवंशों की लाश हड़बड़ाहट में दफना दी गई। मामले को दबाने में पूरे जनपद के अधिकारी जुट गए वीडियो व फ़ोटो में कई दर्जन गौवंश मरे हुए दिखाई दे रहे हैं।
जबकि मामले को छिपाते हुए उपजिलाधिकारी भीटी द्वारा बताया जा रहा है कि 2 गौ वंशो की मौत हुई है और 11 गंभीर रूप से घायल है जिससे साफ है मामले को दबाने की पूरी कोशिश अधिकारियों द्वारा की जा रही है। मुख्यमंत्री जी क्या यही गोवंशों की सेवा है अव्यवस्थाओ और चारे पानी के अभाव में कीचड़ के बीच में घुट घुट कर दम तोड़ रहे है गोवंश। गोवंशो को लेकर यह सरकार जितनी ही सख्त दिखाई दे रही है। वही सरकार के अधीनस्थ कर्मचारी सरकार के दावों की पोल खोल कर रख दी है और आनन फानन में उन्हें दफनाया जा रहा है।
(रिपोर्ट-कार्तिकेय द्विवेदी,अम्बेडकरनगर)