फर्रुखाबाद –जिले की पुलिस ने थाना जहांनगज क्षेत्र में चार दिन पहले मिले चाचा भतीजे के शव का खुलासा कर दिया है। मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी ने अपने साथियो के साथ मिलकर चाचा भतीजे को मौत के घाट उतारा था।
पुलिस के मृतक अनिल की पत्नी और एक अन्य हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गये होटल मालिक की निशान देही पर चाचा भतीजे की जेब से निकाले गये एक लाख रुपये व हत्या में प्रयोग की गई सुजा मोबाइल बरामद कर लिए है।
बता दें कि 17 सितम्बर को थाना जहानगंज के बहोरिकपुर रोड पर दो शव पड़े पाये गये थे।जिनकी शिनाख्त पड़ोसी जिला कन्नौज के थाना सौरिख के ग्राम टाडा रायपुर के रहने वालेअ निल सिंह व उसके भतीजे गोधन सिंह के रूप में की गई थी।
वहीं अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन सिंह ने बताया कि इस दोहरे हत्या कांड की रिपोर्ट मृतक गोधन सिंह के मामा चन्द्रपाल सिंह ने दर्ज कराई थी।जिसमे कहा गया था उसके भांजे का चाचा अनिल और कन्नौज जिले के ग्राम टिउला थाना इंदरगढ़ का रहने वाला गोविन्द उर्फ़ सुमित 10 या 12 साल पहले से मिल कर शराब का अबैध कारोवार करते है। दो साल पहले अनिल की शराब पकड़ी जाने पर वह जेल चला गया। अनिल अपने कारोबार तथा घर की जिम्मेदारी गोविन्द को सौप गया। इसी दौरान गोविन्द के सम्बंध अनिल की पत्नी आरती से हो गये। अनिल की जमानत भी गोविन्द ने कराई।
अनिल जब जेल से छूट कर घर आया तो उसे पता चला कि उसकी पत्नी से गोविन्द ने सम्बन्ध बना लिये है। इस बात को लेकर दो महीने पहले अनिल ने गोविन्द का अपने घर आना जाना बन्द कर दिया। इसी नाराज गोविन्द ने 16 सितम्बर को फोन करके होटल पर बुलवाया कहा कि उसकी शराब आ गई है उठा ले जाये। वहीं गोविन्द अपने साथी अवनीश उर्फ़ सोनू,रमन यादव के साथ मिलकर सरिया मारकर घायल कर दिया बाद में अंगोछा से गला घोट दिया।अनिल जब काफी देर तक वापस नही गया तो उसका भतीजा गाडी से उतर कर ऊपर आया उसी समय हम आरोपियों ने उसकी भी हत्या कर दी।
रात भर दोनों के शव कमरे में रखे रहे 17 सितम्बर की सुबह ४ बजे अनिल के शव को उसकी कार और गोधन के शव को गोविन्द की कार से लेकर जा रहे थे। थाना जहानगंज के ग्राम बहोरिक पुर् के पास अनिल की कार का पहिया पंचर हो गया। अनिल और उसके भतीजे के शव सड़क पर डाल कर गोविन्द ने हत्या के मामले को दुर्घटना में बदलने के लिए दो बार अपनी कार शवो के ऊपर से निकाली और होटल पर ले जाकर कार को साफ किया।
(रिपोेर्ट-दिलीप कटियार,फर्रुखाबाद)