उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रामराज्य में जंगलराज कायम है। प्रतापगढ़ में सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है अपराधियों और दबंगों में कानून का कोई खौफ नजर नही आ रहा है।
हथिगवां थाने का बलीपुर एक बार फिर चर्चा में आया है, बताया जा रहा है कि गांव के रणजीत सिंह, विपिन सिंह और शीतला सिंह अपने ट्रैक्टर पर धान लादकर जा रहे थे कि रास्ते मे बिजली का तार लटक रहा था जिसमे ट्रैक्टर फंस गया इसी बात को लेकर राजेन्द्र बहादुर सिंह और उसके बेटे अभय सिंह से विवाद हो गया।
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पहले लाठी डंडे से पीटा फिर सीने में मार दी गोली
पहले आरोपियो ने लाठी डंडे से हमला बोल दिया और इतने में आवेशित रणजीत, विपिन और शीतला का पारा सांतवे आसमान था इसी बीच लाइसेंसी गन से राजेन्द्र और अभय को निशाना बना कर सीने में गोलियां दाग दी।
गोलियां पिता पुत्र के सीने को चीरते हुए पार हो गई जिसके चलते मौके पर ही पिता पुत्र की मौत हो गई। दबंगों द्वारा की गोलियों की तड़तड़ाहट सुनकर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई, इस बात की सूचना इलाकाई पुलिस को दी गई। मौके पर पहुची पुलिस हालात बेकाबू होता देख उच्चाधिकारियों को सूचित किया जिसके बाद पुलिस अधीक्षक भारी लावलश्कर के साथ मौके पर पहुच गए और शव को पुलिस कब्जे में लेकर थाने चली आई ताकि और कोई बड़ी घटना न घटे।
सीओ कुंडा को सौंपी गई जांच
वहीं एसपी का दावा है कि बंदूक को बरामद करने के साथ ही एक आरोपी को भी हिरासत में लिया गया है मामले की जांच सीओ कुंडा को सौंपी जा रही है। बता दे कि ये वही बलीपुर है जहा 2 मार्च साल 2013 में प्रधान नन्हे यादव की हत्या के बाद पहुचे तत्कालीन सीओ जियाउल हक को आक्रोशित भीड़ ने मौत के घाट उतार दिया था और आरोपी के घर को आग के हवाले कर दिया गया था।
जिसके बाद सूबे की अखिलेश यादव की सरकार हिलने तो बाहुबली मंत्री राजा भइया को इस्तीफा देकर सीबीआई जांच का सामना करना पड़ा था।
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(रिपोर्ट- मनोज त्रिपाठी, प्रतापगढ़)