लखनऊ–बाघों की सुरक्षा के लिए कुत्तों की तैनाती ! सुनकर कुछ अजीब लगा न ! जी हां, बिलकुल सही सुना आपने दुधवा नैशनल पार्क को अब दो नए गार्ड मिलने जा रहे हैं। ये दो गार्ड हैं जर्मन शेफर्ड और बेल्जियन मालिनोस। 1 साल के इन दोनों कुत्तों को ट्रेनिंग दी गई है कि जंगल के अपराधों के खिलाफ उन्हें कैसे काम करना है।
दोनों कुत्तों के साथ ही 11 अन्य कुत्तों को भी 9 महीने का प्रशिक्षण दिया गया है। ताकि उन्हें देश के विभिन्न टाइगर रिजर्व में छोड़ा जा सके। यूपी को इन्हीं 11 कुत्तों में से 2 कुत्ते दिए जाएंगे। इन दोनों कुत्तों के दो दस्ते बनेंगे एक दस्ता दुधवा में और दूसरा दस्ता कतर्नियाघाट के जंगल में तैनात किया जाएगा। इन दोनों कुत्तों और उन्हें संभालने वालों के साथ कुत्तों के दस्ते का एक गठन बनेगा। प्रदेश में ऐसा पहली बार हो रहा है जब जंगल की सुरक्षा के लिए कुत्तों के दस्ते का गठन किया जा रहा है।
इस दस्ते के ठीक से काम करने के लिए कुत्तो के साथ उन्हें संभालने वालों को भी प्रशिक्षण दिया गया है। कुत्तों को इस बात के लिए भी प्रशिक्षित किया गया है कि वह सिर्फ उन्हें संभालने वालों के हाथ से ही खाना खाएंगे। उन्हें इस बात का प्रशिक्षण दिया गया है कि जंगल में हड्डियां, खाल और कंकाल आदि मिलने पर उन्हें यह पता लग सके कि जंगल में कोई अपराध हुआ है। जंगल में किसी और का दिया और पड़ा हुआ कुछ भी नहीं खाएंगे। ऐसा उनकी सुरक्षा को देखते हुए किया गया है।
दोनों कुत्ते बेल्जियम मालिनोस और जर्मन शेफर्ड ने प्रशिक्षण के दौरान बहुत अच्छी प्रतिक्रिया दी है। इन्हें पुलिस और सुरक्षा फोर्स ने भी प्रयोग करके देखा है। ये कुत्ते एक घरेलू कुत्ते की तरह भी हैं।