मथुरा– मथुरा में एक निजी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है । यहां एक बच्चे के सर का ऑपरेशन करने के बाद डॉक्टर ने निडिल उसके सर में ही छोड़ दी । इस बात का पता तब चला ; जब परिजन उसके टाँके कटवाने के लिए अस्पताल ले कर गए ।
गांव अकबरपुर निवासी दाऊदयाल का छह वर्षीय मासुम बच्चा खेलते समय टावर के जेनरेटर पर गिर गया। इससे उसके सिर में गंभीर चोट आई। मथुरा के छाता थाना क्षेत्र NH 2 पर स्थित के.डी. मेडिकल कॉलेज ले गया। यहां चिकित्सकों ने मासूम बंशी के सिर का ऑपरेशन किया। बंशी की हालत में सुधार हो गया तो हॉस्पीटल से उसे छुट्टी दे दी गई। दाऊदयाल से चिकित्सक ने घर पर ही पट्टी करने के लिए कह दिया। जब घर पर परिजनों ने बच्चे की पट्टी खोली तो सिर में लगे नुकीले उपकरण को देखने के बाद सभी हैरान रह गए। होली पर बंशी के सिर में दर्द हुआ तो दाऊदयाल उसे हॉस्पीटल लेकर आया। यहां चिकित्सक नहीं मिले। इसकी शिकायत दाऊदयाल ने छाता कोतवाली में करते हुए तहरीर दी। छाता कोतवाली प्रभारी पीड़ित के साथ हॉस्पीटल भी गए , लेकिन पीड़ित को होली की छुट्टी होने की बजह से कोई सन्तोषजनक जवाब नहीं मिला।
पीड़ित दाऊदयाल का आरोप है कि मेडिकल कॉलेज में ऑपरेशन के समय इलाज करने वाले डॉक्टरों ने शराब पी रखी थी और आरोपी डॉक्टर ने नशे की हालत में ऑपरेशन किया है। जिसकी बजह से पूरा घटनाक्रम हुआ है । इस तरह के मामले हॉस्पिटल में सामने आते रहते है । नामचीन हॉस्पिटल होने की बजह से लोगों और क्षेत्रीय थाने पर साठ गाँठ है। फिलहाल पीड़ित पर क्षेत्र और गांव व कोतवाली प्रभारी उनके ऊपर राजीनामा का दबाव बना रहे हैं , लेकिन संबंधित चिकित्सक के खिलाफ मुकदमा नहीं लिख रहे है । पीड़ित दाऊदयाल का कहना है कि वह डॉक्टर के खिलाफ कार्यबाही चाहते है। जरुरत पड़ी तो वह मुख्यमंत्री तक जाएंगे ।
मासूम बंशी का पिता उसे लेकर थाना छाता गया जहाँ उसे बातों में घुमाकर पुलिस ने टरका दिया। इसके बाद दाऊ दयाल अपने बेटे के लेकर मंगलवार को सीएमओ ऑफिस गया जहाँ सीएमओ के वह सदर तहसील में लगे तहसील दिवस में पहुँचा। जहाँ सीएमओ से मिलकर उसने पूरी घटना उनको बताई । मामला सीएमओ के एस के त्यागी संज्ञान में आने के बाद अब सीएमओ जाँच की बात कहकर कार्यवाही करने की बात कह रहे है।
(रिपोर्ट- सुरेश सैनी, मथुरा )