मेरठ — एचआईवी यानी एड्स एक ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनते ही मात्र रूह काँप उठती है। विश्व पर्यावरण दिवस पर दुनिया-भर में जगह-जगह कार्यक्रमों में धरती को बचाने की अपील की गई हैं तो…
वही मेरठ के डॉक्टर्स ने इस पर्यावरण दिवस पर साइकिलिंग के जरिए एड्स के खिलाफ अभियान चलाया। इस अभियान में ना केवल उनके साथी डॉक्टर बल्कि नई पीढ़ी के लोग भी हैं । साइकिलिंग के जरिए न केवल अपनी सेहत को सुधारा जा सकता है बल्कि पर्यावरण में भी कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा को कम करके पर्यावरण को बचाया जा सकता है।
इस अभियान की शुरुआत डॉक्टर अनिल नौसरान ने की है । और अब उनके साथ आईएमए की पूरी टीम है। अनिल नौसरान साइकिल से देश के अलग अलग प्रदेश के अलग अलग शहरों में जाकर लोगों की एचआईवी के प्रति जागरूक करते हैं और सबसे अपील करते हैं कि शादी से पहले अपनी मेडिकल कुंडली जरूर बनवाएं। अपने इस अभियान में 6 जून को जम्मू कश्मीर के लोगों को भी जोड़ा जाएगा ।
वही डॉ अनिल नौसरान ने कहा कि शादी से पहले जिस तरीके से जन्मपत्री मिलाई जाती है वैसे ही मेडिकल कुंडली भी मिलाना आवश्यक है । क्योंकि एडस से बचाव सावधानियों के जरिए ही संभव है । इस अवसर पर उनके साथ बाकी के डॉक्टर्स भी समय-समय पर पर्यावरण को बचाने की जिम्मेदारी निभाते हुए नजर आए। मेडिकल होरोस्कोप आज समय की मांग है। स्वच्छ पर्यावरण के साथ साथ स्वस्थ जिंदगी भी असाध्य रोगों से बचने का तरीका स्वस्थ जिंदगी और स्वच्छ वातावरण है।
(रिपोर्ट- प्रदीप शर्मा,मेरठ)