प्रतापगढ़– दबंगों द्वारा रॉड से मारपीट कर लहूलुहान किये गए आसपुर देवसरा इलाके के कादीपुर किलाई के अमर बहादुर मौर्य की इलाज के दौरान तीन दिन पहले हुई मौत के बाद परिजन शव को घर के सामने रखकर बैठे थे।
अंतिम संस्कार के लिए मानमनौवल के पुलिस और प्रशासन के अधिकारी लगातार समझाते रहे अनुमन्य सुविधाओ को दिए जाने की बाते होती रही, लेकिन मृतक के परिजन अंतिम संस्कार को राजी नही हुए तो इलाकाई एमएलए कैबिनेट मंत्री मोती सिंह खुद चौबीस घंटे बाद पहुच कर मान मनौवल में दिन भर गर्मी में पसीना बहाते रहे। परिजन उनकी बातों को अनसुना कर डिप्टी सीएम केशव मौर्य जो पीड़ित की बिरादरी से ताल्लुक रखते है, उनको बुलाने की मांग करते रहे। सीएम की बजाय डिप्टी सीएम को बुलाने की जिद पर अड़े थे ।
अचानक बिरादरी के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के पहुचने पर पल भर में 49 घण्टे बाद शव का अंतिम संस्कार करने को राजी हो गए। अब सवाल उठता है कि जो अनुमन्य सुविधाओ और आरोपियो की गिरफ्तारी का अस्वासन मंत्री मोती सिंह परिजनों को दे रहे थे परिजन उसे ठुकरा दिए लेकिन उसी अस्वासन पर मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के अस्वासन पर अंतिम संस्कार को आसानी से तैयार हो गए। क्या इस धरने की स्क्रिप्ट मंत्री स्वामी प्रसाद ने ही तैयार की थी, क्या योगी के मंत्रीओ में आपसी टकराव सिर उठा रहा है इन सब का जवाब कौन देगा।
फिलहाल इस बात का जवाब तो स्वामी प्रसाद मौर्य भी नही दे सके। इस घटना के एक दिन पहले भी फतनपुर के जगतपुर मोड़ पर रसूखदारों को शराब पीने को गिलास न देने पर दबंगो ने लाठी डंडों से पीटपीट कर मौत के मुह में धकेल दिया था लेकिन उसके दरवाजे कोई नही गया। मंत्री स्वामी प्रसाद से हमारे संवाददाता ने इस दौरान जब सूबे की कानून व्यवस्था की उड़ रही धज्जियो पर सत्ता पक्ष के नेताओ की बाबत प्रश्न किया शांत ढंग से बात कर रहे मंत्री अचानक जोश में आ गए और दावा किया सूबे अधिकारी ठीक से काम कर रहे है। जब मंत्री से जेल में असलहे लहराने की बात की तो बोले असलहा लहराने वालो के साथ ही जेल प्रशासन के खिलाफ भी कार्यवाई होगी। आकाश विजयवर्गीय द्वारा अधिकारी को बैट से मारने के बाद गिरफ्तारी और आगरा में नेता द्वारा अधिकारी को गाली देने के वायरल ऑडियो के बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि सूबे में कानून का राज चल रहा है कानून की निगाह में सभी बराबर हैं तभी गिरफ्तारी हो रही है।
(रिपोर्ट-मनोज त्रिपाठी, प्रतापगढ़)