महाराष्ट्र–महाराष्ट्र में लगभग महीने भर चले नाटक के बाद शनिवार को आखिरकार भारतीय जनता पार्टी नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता अजीत पवार उपमुख्यमंत्री बने हैं। देवेंद्र फडणवीस ने आज सुबह राजभवन में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में दोबारा शपथ ली। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने एनसीपी के अजित पवार को भी उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इसके साथ ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री बनने का सपना टूट गया। राज्यपाल ने फडणवीस सरकार को 30 नवंबर तक बहुमत साबित करने का समय दिया है।
शरद ने दिखाई अपनी ‘पावर’:
शरद पवार मराठा राजनीति में निराला दमखम रखते हैं। एक बार फिर महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार बनाने की पिच तैयार करके उन्होंने खुद की बादशाहत साबित कर दी है। नवंबर के दूसरे सप्ताह में शिवसेना-एनसीपी-भाजपा सरकार का गठन होना तय माना जा रहा था। राज्यपाल ने शिवसेना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था और कांग्रेस अध्यक्ष अहमद पटेल, केसी वेणुगोपाल, एके एंटनी के समेत अन्य के साथ बैठक कर रही थी।
एक तरह से शिवसेना को समर्थन देने की चिट्ठी सौंपी जानी थी। मगर अचानक सोनिया गांधी की टेलीफोन पर शरद पवार से चर्चा हुई और सारा खेल बदल गया। इसका कारण यह था कि गठबंधन के स्वरूप को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ही पूरी तरह से आश्वस्त नहीं थे। पवार ने इसे साफगोई के साथ कांग्रेस अध्यक्ष को बताया।