लखनऊ — सीएम योगी के रोक के बावजूद पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर राज्य कर्मचारी, शिक्षक और अधिकारी आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं.बुधवार से शुरू हो रही इस महाहड़ताल में 20 लाख से ज्यादा राज्य कर्मचारी शामिल हैं.
दरअसल ‘पुरानी पेंशन बहाली मंच’ के बैनर तले 150 संगठनों के 20 लाख से ज्यादा कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी करीब एक हफ्ते तक हड़ताल करेंगे. हालांकि यूपी सरकार ने कड़ी कार्रवाई करते हुए महा हड़ताल को गैर कानूनी घोषित कर एस्मा लगाते हुए एक दिन का वेतन कटने की भी घोषण कि थी. लेकिन कर्मचारियों ने प्रदेश में लागू किए गए यूपी एस्मा से न डरने की हुंकार भी भरी है.
गौरतलब है कि मंगलवार (05 फरवरी) को लखनऊ सहित प्रदेश के सभी जिलों में ‘एक ही मिशन-पुरानी पेंशन’ की तख्तियां लेकर बाइक रैली निकाली गई और दफ्तरों का भ्रमण कर कर्मचारियों से हड़ताल में शामिल होने का आह्वान किया था
सरकार ने हड़ताल का असर फीका करने के लिए पूरी मशीनरी सक्रिय कर दी है. हड़ताल पर जाने वाले कर्मचारियों का दावा है कि हड़ताल की अवधि तक न तो निर्वाचन का काम किया जाएगा, न परीक्षाओं में कोई सहयोग किया जाएगा. वहीं, यूपी बोर्ड की परीक्षाएं सात फरवरी से ही शुरू हो रही हैं, जबकि कर्मचारी बुधवार (6 फरवरी) से हड़ताल पर हैं.