लखनऊ — यूपी के देवरिया जेल में माफिया अतीक अहमद की बैरक की तलाशी के बाद प्रशासन ने कड़ा कदम उठाते हुए सोमवार को डिप्टी जेलर देवकांत यादव समेत हेड वार्डन मुन्ना पांडेय, वार्डन राजेश कुमार शर्मा और रामआसरे को दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया है.
इसके अलावा देवरिया जेल के अधीक्षक दिलीप पांडेय और जेलर मुकेश कटियार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के साथ ही अतीक अहमद को बरेली जेल भेजने की सिफारिश की गई है. साथ ही जेल की सीसीटीवी फुटेज डिलीट करने के मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है.
आपको बता दें कि माफिया अतीक अहमद जेल से ही अपनी सत्ता चला रहा है. उसने अपने गुर्गों की मदद से लखनऊ निवासी एक कारोबारी मोहित जायसवाल का अपहरण करवाकर देवरिया जेल में अपने बेटे के साथ मिलकर उसे पीटा था और रंगदारी मांगी थी.आरोप है कि अतीक अहमद ने जेल के बैरक में ही इस कारोबारी को 20-25 लोगों से बेरहमी से पिटवाया. बताया जाता है कि पिटाई से कारोबारी के दायें हाथ की कई उंगलियां टूट गयी हैं और उसके कुल्हे में जबरदस्त चोट आई है.
वहीं जेल के अंदर हुई इस घटना से प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए थे. जिस पर कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने सोमवार को डिप्टी जेलर समेत चार को निलंबित कर दिया है. एडीजी जेल ने मामला संज्ञान में आने पर 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी है.