न्यूज डेस्क — केंद्र सरकार ने देश के तीन बड़े बैंको को विलय करने का फैसला किया है। देना बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और विजया बैंक का विलय किया जाएगा जो देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक होगा। इस बात की जानकारी वित्तीय सेवा के सचिव राजीव कुमार ने दी।
राजीव कुमार ने कहा कि बैंकिंग सेक्टर में सुधार के प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 2.8 लाख शेल कंपनियों पर ताले लगाए जाएंगे साथ ही बैंकिंग सेक्टर में मूलभूत सुधार किए जाएंगे।
बता दें कि विलय पर चर्चा करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि 2008 से पहले 18 लाख करोड़ का लोन था। 2008 से 2014 के बाद ये 55 लाख करोड़ पहुंच गया। 2008 से 2014 के बीच अधिक लोन ने अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया। यूपीए सरकार ने एनपीए को छुपाने की कोशिश की।
जानकारी के मुताबिक एनपीए 8.5 लाख करोड़ का था लेकिन 2.5 लाख करोड़ के बारे में सूचना दी गई। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि एनपीए की वास्तविक तस्वीर तो 2015 में निकल कर सामने आई। यूपीए की सरकार ने एनपीए को कार्पेट के नीचे छिपा रखा था।वित्त मंत्री ने कहा कि कर्मचारियों को विलय से चिंतित नहीं होना चाहिए, किसी भी कर्मचारी को कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारियों के लिए यह एक अच्छी खबर है।