नई दिल्ली — पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस और राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा थी कि राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं। लेकिन गुजरात चुनाव प्रचार के चलते अब राहुल के पार्टी अध्यक्ष बनने के औपचारिक ऐलान में कुछ और देरी हो सकती है।
कांग्रेस वर्किंग कमिटी की सोनिया गांधी के साथ बैठक के बाद कहा गया कि पार्टी के अंदर बदलाव की प्रक्रिया अब गुजरात चुनावों के बाद ही होगी। पहले कांग्रेस नेताओं की तरफ से बार-बार ऐसे संकेत दिए जा रहे थे कि राहुल गांधी को दिवाली के बाद औपचारिक तौर पर पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त किया जाएगा। गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनावों से पहले ही पार्टी की कमान राहुल अपने हाथों में ले लेंगे।
इन दावों के पीछे एक मंशा यह भी थी कि गुजरात चुनावों में प्रचार के दौरान राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष के चेहरे के तौर पर पेश किया जाएगा। घोषणा में हो रही देरी के बाद माना जा रहा था कि हिमाचल प्रदेश चुनावों के बीच 9 से 19 नवंबर के दौरान भी यह महत्वपूर्ण ऐलान हो सकता है। बता दें कि 19 नवंबर को पार्टी की कद्दावर नेता और देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती भी होती है।
अभी की स्थिति को देखकर ऐसा लग रहा है कि अब यह ऐलान फिलहाल संभव नहीं है। सोनिया गांधी संक्षिप्त दौरे पर गोवा में हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी 3 दिनों के चुनाव प्रचार के लिए गुजरात में हैं। पार्टी से जुड़े अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक और चुनाव की प्रक्रिया में लगने वाले समय के कारण राहुल के अध्यक्ष पद की कमान संभालने की तारीख को आगे बढ़ा दिया है। गुजरात चुनावों में प्रचार को देखते हुए भी यह फैसला लिया गया।