प्रतापगढ़ — सोमवार को गायब हुई दो छात्राओं का शव सईं नदी में मिला। दोनों आपस मे थी सगी बहने। परिजनों और पुलिस के विरोधाभाषी बयान आ रहे सामने। स्कूल से लंच के समय निकली छात्राओं का मुख्यालय से पैंतालीस किमी दूर सांगीपुर कोतवाली के घुइसरनाथ घाट पर मिला शव।
नगर कोतवाली के चकवनतोड़ के रहने वाले चिंतामणि ने सोमवार को ही अपनी पोतियों के गुमसुदगी के सम्बंध में पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर मदद की गुहार लगाई थी। जिनका शव सुबह नदी किनारे गए स्थानीय लोगो ने देखा तो सांगीपुर पुलिस को सूचित किया जिसके बाद मौके पर पहुची पुलिस ने आलाधिकारियों को इस बाबत सूचना दी तो अधिकारियों के होश उड़ गए और आलाधिकारी मौके पर पहुच गए।
शव मिलने की सूचना पर मृतकों के परिजन भी मौके पर पहुच कर शिनाख्त किए, शिवांगी 18 वर्ष कक्षा 10 की छात्रा और उसकी बहन अंजली 16 वर्ष कक्षा 9 की छात्रा पुत्री सुभाष गौतम जो कि शहर के एमवी अकेडमी में पढ़ती थी। दोनों की शिनाख्त के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। नगर पुलिस सुभाष के घर पहुच गई और परिजनों से पूँछतांछ करने लगी। मृतकों के भाई ने पुलिस को बताया कि गांव के ही एक युवक ने मारने की धमकी दिया था। तो वही पिता ने भी अपनी बेटियों की हत्या की बात कही।
बता दे कि जिस जगह दोनों के शव मिले है वहा पानी घुटनो तक भी नही है और नदी की धारा बहती हुई मृतकों के घर की तरफ जाती है हालांकि नदी में इस समय बहाव नही है।इस बाबत पुलिस अधीक्षक का दावा है कि लड़कियों ने आत्महत्या की है, रेप जैसी बात नही है। दोनों लड़कियों के हाथ आपस मे बंधे हुए थे। हालांकि हत्या आत्महत्या के पहलुओं पर जांच की बात कर रहे है।
अब बड़ा सवाल ये है कि घर के पास से नदी गुजरी होने के बाद लडकिया आत्महत्या के लिए 45 किमी दूर क्यो जाएंगी। पुलिस प्रार्थनापत्र मिलने के बावजूद अगर सक्रिय हो गई तो मौत कैसे हो गई। स्कूल से गायब छत्राये आखिर किस साधन से पहुची घटना स्थल या फिर किसी ने उन्हें वहा तक पहुचाया। कम पानी मे डूबकर कैसे हुई मौत और बिना पोस्टमार्टम के एसपी किस बिना पर रेप की घटना से इनकार किया। क्या कारण है इन मौतों के पीछे आखिर कैसे हटेगा पर्दा जब मामले पर जिम्मेदार ही पर्दा डालने में जुटे हो।
(रिपोर्ट-मनोज त्रिपाठी,प्रतापगढ़)