अलीगढ़ — एक समय था जब दुल्हन की विदाई के लिए दूल्हा बारात के साथ बग्गी और बैल गाड़ी में आया करते थे. दूल्हा बग्गी में जाया करता था तो दुल्हल को डोली में कच्चे रास्तों से होते हुए पैदल अपने मायके से ससुराल के लिए विदा करके ले जाया जाता था.लेकिन धीरे-2 समय में बदलाव हुआ अब दुल्हन की विदाई सड़क के रास्तों से उठकर हवा में होने लगी है.
दरअसल हम बात कर रहे हैं एक ऐसी अनोखी विदाई की जो हेलीकॉप्टर में हुई है, जिसे देखने के लिए हजारों ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी जिसे नियंत्रण करने के लिए स्थानीय पुलिस को व्यवस्था बनानी पड़ी.बता दें कि अलीगढ़ की तहसील इगलास इलाके के गांव बधिया निवासी बनवारी सिंह जो मिलिट्री में सूबेदार हैं की दो बेटियां मीरा और रेखा की शादी मथुरा निवासी शिवजी सिंह जो कि किसान हैं उनके दो बेटों कुशल पाल और कौशलेंद्र के साथ तय हुई थी.
नियत तिथि के अनुसार मंगलवार को शादी हुई और बुधवार उसकी विदाई का कार्यक्रम हुआ. इस शादी की विदाई इतनी अनोखी थी कि सिर्फ उसी गांव के नहीं आसपास के गांव के ग्रामीणों की भीड़ इस विदाई को देखने के लिए उमड़ पड़ी जिसे नियंत्रण करने के लिए स्थानीय पुलिस बुलानी पड़ी.दरअसल दोनों दूल्हों के पिता की हार्दिक इच्छा थी कि उनके दोनों बेटों की दुल्हन हेलीकॉप्टर में विदा होकर आएं, जिसे सभी देखते रह जाएं. इस ख्वाहिश को पूरा करने के लिए शिवजी सिंह ने इस शादी की विदाई के लिए एक हेलीकॉप्टर किराए पर लिया, जिसका पूरा खर्चा करीब 3 लाख रुपए बताया गया है.
हेलीकॉप्टर का किराया 1.83 लाख रुपए और उसकी परमिशन के लिए 1.10 लाख रुपये लगे. आपको बता दें शिवजी सिंह का एक बेटा इंजिनियर है तो दूसरा पुलिस में सिपाही है. बेटियों के पिता ने कहा कि यह सब देखकर बहुत खुशी हुई कि उनकी बेटियों की विदाई इतनी यादगार बन गई है कि आगे लोग याद रखेंगे.बता दें कि इसका पूरा खर्च भी दूल्हे के पिता द्वारा उठाया गया है. इस विदाई को देखने के लिए ग्रामीणों में काफी उत्साह दिख रहा था और हेलीकॉप्टर के साथ नवयुवक सेल्फी भी ले रहे थे. हालांकि इस तरह की विदाई बड़े शहरों में आम बन चुकी हैं.