प्रतापगढ़ — उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में उधार माचिस न देने पर दबंगो ने दुकानदार को पीट पीट कर लहू लुहान कर दिया जिसकी इलाज़ के दौरान अस्पताल में मौत हो गयी।
वहीं घटना से आक्रोशित परिजन शव को घर पर रख कर डिप्टी सीएम केशव मौर्य को बुलाने पर डटे है। कैबीनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ़ मोती सिंह पीड़ित के घर पहुच कर अंतिम संस्कार करने को समझाने का प्रयास किये। आरोपियों की गिरफ्तारी का अस्वाशन और उनकी मांगो को शाशन तक पहुचाने को कहा लेकिन पीड़ित पक्ष अंतिम संस्कार को राजी नही हुआ।
सूबे में अपराधियों और दबंगो के हौसले लगातार बुलन्द होते जा रहे है कानून व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही। व्यवस्था में बैठे जिम्मेदार पूरी तरह से लापरवाह नजर आ रहे है। वहीं अपराधियो के बढ़ते मनोबल के पीछे कही न कही राजनेता जिम्मेदार नजर आ रहे है।
दरअसल मामला है आसपुर देवसरा कोतवाली के कादीपुर किलवाइ गांव का है जहां अमर बहादुर मौर्य किराना की दूकान चलता था। गांव के ही दबंग राजा सिंह जो काफी रसूखदार है ने उधार माचिस माँगा जिसे दुकानदार अमर बहादुर ने देने से मना कर दिया। जिसके चलते राजा सिंह का पारा हाई हो गया और गाली गलौज से शुरू हुआ विवाद मारपीट में तब्दील हो गया। उधारी में माचिस न मिलने से भन्नाए राजा ने लोहे की रॉड से अमर बहादुर को पीटना शुरू कर दिया। जिसमे सर और शरीर पर कई गम्भीर चोटे आई और राजा फरार हो गया।
अमर बहादुर को परिजन गंभीर हालत में पट्टी सीएचसी में इलाज के लिए गए जहां डॉक्टरों ने उसे प्रयागराज रेफर कर दिया। जिसकी इलाज़ के दौरान मौत हो गयी। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव को घर पर रख कर डिप्टी सीएम को बुलाने पर अड़े हुए है।उधर मामले की जानकारी मिलते ही पट्टी के भाजपा विधायक कैबीनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह “मोती” आज परिजनों से मिलकर उनकी मांगो को शाशन तक पहुचाने और शव के अंतिम संस्कार करने के लिए परिजनों से गुजारिश की लेकिन परिजन डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बुलाने की मांग पर अड़े हुए है।
पुलिस अधीक्षक एस आनंद भारी पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ अमर बहादुर के परिजनों से शव के अंतिम संस्कार को मनमनौवल में लगे हुए है लेकिन परिजन कुछ भी सुनने को तैयार नही है। एसपी ने बताया कि मामले में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है आरोपी की गिरफ्तारी के लिए चार टीमो को लगा दिया गया है फरार आरोपी की तलाश जारी है जल्द गिरफ्तारी करके विधिक कार्यवाही की जायेगी।
सूबे में लगातार गिरती कानून व्यवस्था के प्रति योगी जी कब गम्भीर होंगे और माननीयों पर अंकुश लगाएंगे ए तो समय ही बताएगा। क्योकि बढ़ते अपराध में कही न कही माननीयों की भूमिका संदिग्ध है क्योंकि पुलिस की कार्यवाई में माननीय ही अक्सर दबाव बनाते नजर आते है।
(रिपोर्ट-मनोज त्रिपाठी,प्रतापगढ़)