बहराइच — एक तरफ सरकार प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा का स्तर सुधारने के साथ ही बच्चो को बेहतर माहौल देने के लिये प्रयासरत है। वही दूसरी और अभी भी परिषदीय स्कूलों की पढ़ाई में कुछ खास सुधार देखने को नही मिल रहा है।
इसकी एक बानगी आज जनपद बहराइच में उस वक्त देखने को मिली जब जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव एक प्राथमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण करने पहुंच गयी । उन्होंने वहां मौजूद अंग्रेजी की शिक्षिका के सामने जब बच्चो से गुड आफ्टर नून बोलने को कहा तो बच्चे उसका सही से उच्चारण नही कर सके इतना ही नही खुद शिक्षिका भी डी एम की और से पूछे गये सवालों का जवाब नही दे पायीं । निरीक्षण के दौरान बच्चो के लिए बनने वाले मिड डे मील के लिए रक्खे तेल व मसाले भी एक्सपायर थे। जिसके बाद सभी सामान की सेम्पलिंग करायी गयी है ।
जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने विकास खण्ड तेजवापुर अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय हुसैनपुर का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ने शिक्षा की गुणवत्ता परखने के लिए कक्षा दो में मौजूद छात्र-छात्राओं से गुड आफ्टर नून बोलने को कहा। लेकिन छात्र सही ढंग से बोल पाये इसपर डीएम ने स्वयं छात्रों का उच्चारण शुद्ध कराया। विद्यालय में अंग्रेज़ी विषय की शिक्षिका भी जिलाधिकारी के मानक पर खरी नहीं उतर सकी। जिलाधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को निर्देश दिया कि शिक्षकों का टेस्ट कराया जाय। इस अवसर पर नियमित स्कूल न आने वाली छात्रा गौरी को जिलाधिकारी ने स्कूल आने के लिए प्रेरित किया। मौके पर मौजूद गौरी की माता को जिलाधिकारी ने शिक्षा का महत्व समझाते हुए अपील की कि अपनी बच्ची को नियमित रूप से स्कूल भेंजे।
निरीक्षण के दौरान विद्यालय परिसर, रसोई घर में समुचित साफ-सफाई न पाये जाने पर नाराज़गी व्यक्त करते हुए परिसर एवं रसोई घर को साफ-सुथरा रखने के निर्देश दिये। रसोई घर में उपलब्ध तेल व मसाले एक्सपायरी डेट के पाये जाने पर सामग्री की सैम्पुलिंग कराकर खाद्य सुरक्षा अधिकारी से इसकी जाॅच कराये जाने का निर्देश दिया। विद्यालय परिसर में स्थपित हैण्डपम्प के पानी की समुचित निकासी न पाये जाने पर नाली निर्माण तथा हैण्डपम्प के आसपास पर्याप्त साफ-सफाई रखने तथा अतिरिक्त कक्ष के दरवाज़े को बदलवाये जाने का निर्देश दिया।
(रिपोर्ट-अमरेंद्र पाठक,बहराइच)